चारबाग स्टेशन पर खाने के लिए चलीं लाठियां; ट्रेन ड्राइवर को कैंटीन वाले ने जड़ा थप्पड़, बोला- जो है, वही खाओ
लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर लोको पायलट और कैंटीन ठेकेदार के बीच मारपीट हो गई। मामला स्टेशन के रनिंग रूम की कैंटीन का है। लोको पायलट ने राशन देकर खाना बनाने को कहा। इस पर कैंटीन इंचार्ज ने कहा- खाना नहीं बनेगा, जो बना है वही खाओ। लोको पायलट ने विरोध किया तो इंचार्ज ने थप्पड़ जड़ दिया।
इसके बाद कैंटीन परिसर में मारपीट शुरू हो गई। सूचना पर कुछ और लोको पायलट वहां पहुंच गए। कुछ ही देर में लाठी, वाइपर से लोको पायलट को पीटा गया। मामले में कुछ लोगों ने बीच-बचाव किया। उसके बाद लोको पायलट वहीं बैठकर रेल और लखनऊ प्रशासन के खिलाफ नारे लगाने लगे।
लोको पायलट बोले- ठेकेदार ने खाना देने से किया मना…
लोको पायलट का आरोप है कि 14 घंटे ड्यूटी करने के बाद जब कैंटीन में खाना लेने आए, तो ठेकेदार ने मना किया। कारण पूछने पर नोकझोंक शुरू कर दी। इसका विरोध करने पर थप्पड़ मार दिया। कुछ लोग लाठियां लेकर आ गए। कैंटीन ठेकेदार ने अपने लोगों से उन्हें पिटवाया है।
मारपीट के बाद कई लोको पायलट धरने पर बैठ गए। सभी रेल प्रशासन और लखनऊ प्रशासन के खिलाफ नारे लगाने लगे। इन लोगों ने रेल प्रशासन हाय-हाय, लखनऊ प्रशासन हाय-हाय के नारे लगाए। बताया गया कि मारपीट मुरादाबाद मंडल के लोको पायलट से की गई।
रनिंग रूम के इंचार्ज ने पहले जड़ा थप्पड़…
धरने पर बैठे लोको पायलट बोले- तीन-चार लोको पायलट सुबह करीब 10:30 बजे खाना खाने के लिए लोको रनिंग रूम के कैंटीन में पहुंचे थे। यहां अपना राशन देकर खाना बनाने को कहा। इस पर कैंटीन के संचालक ने कहा- यह अभी नहीं बनेगा, जो है उसे खाओ। इसके बाद बहस होने लगी।
रनिंग रूम के इंचार्ज भी मौके पर पहुंचे। आरोप है, उन्होंने एक लोको पायलट को थप्पड़ जड़ दिया। इससे विवाद होने लगा। हालांकि, रनिंग रूम के इंचार्ज ने कहा कि – हमने कोई हाथ नहीं छोड़ा था। वहां केवल बीच-बचाव कर रहा था।
इस बीच कैंटीन के करीब 20 लोगों ने 3-4 लोको पायलट को वाइपर, डंडे सहित अन्य चीजों से पीट दिया। इसकी जानकारी होते ही लोको पायलट सहित रेलवे कर्मचारी संगठन के नेता भी पहुंच गए।
कर्मचारियों के साथ अधिकारियों की बैठक…
इस बवाल के बाद ADRM, NRMU के मंडल मंत्री राकेश पांडेय सहित अन्य अधिकारियों के बीच में बैठक हुई। कर्मचारियों ने मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। रनिंग रूम के इंचार्ज को तत्काल हटाने की मांग की है।इसके साथ ही आने जाने में सुरक्षा दिए जाने की मांग की है।
पांच घंटे तक आपाधापी, मिला आश्वासन…
मारपीट के बाद पांच घंटे तक रनिंग रूम में आपाधापी की स्थिति बनी रही। बैठक के बाद NRMU के मंडल मंत्री राकेश पांडेय ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया। उन्होंने कहा- जिन लोगों ने मारपीट की है, उन्हें हटाया जाएगा। ठेकादार से बातचीत हुई है। ठेकेदार का नंबर हर जगह दर्शाया जाएगा। RPF की सुरक्षा लोको पायलट को दी जाएगी। उनके आने-जाने के लिए गाड़ियां दी जाएंगी।