सर्राफा व्यापारी की पत्नी और बेटे की चाकू से गोदकर निर्मम हत्या, कहीं 45 लाख रुपए के लिए तो नहीं रची गई साजिश
अलीगढ़। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के क्वार्सी थाना क्षेत्र के सुरेंद्र नगर में गुरुवार शाम सर्राफा कारोबारी ललित वर्मा की पत्नी और आठ साल के बेटा की हत्यारों ने चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी। सिर पर ईंट से हमला भी किया गया। महिला के हाथ तार से बांधे हुए थे।इस वारदात को उस समय अंजाम दिया जब घर पर दोनों अकेले थे। हत्या की इस वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारे मौका-ए-वारदात से आराम से निकल गए और इस घटना की किसी को भनक तक नहीं लग सकी। इस वारदात का पता उस समय चला जब ललित अपने घर पहुंचा।
दोहरे हत्याकांड की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में आला अधिकारी समेत पुलिस और फॉरेंसिक विभाग की टीम मौके पर पहुंची। फॉरेंसिक विभाग की टीम ने मौका-ए-वारदात से साक्ष्यों को अपने कब्जे में लेकर दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, पीड़ित ललित वर्मा ने अपनी छोटी साली से चल रहे विवाद में हत्या का अंदेशा जताते हुए उसके और साली के होने वाले पति के खिलाफ थाने में तहरीर दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार ललित वर्मा मूल रूप से पाली मुकीमपुर गांव बिजौली के रहने वाले है और पिछले कुछ समय से सुरेंद्र नगर इलाके में मकान बनाकर रह रहे हैं। फूल चौराहे पर ललित वर्मा की राधिका ज्वैलर्स के नाम से दुकान है। घर में उनकी 37 वर्षीय पत्नी शिखा वर्मा, आठ वर्षीय बेटे दिगवांशु उर्फ गोविंदा के अलावा दो बड़ी बेटियां भी हैं।
गुरुवार को बेटियां बुआ के घर मथुरा गईं थीं। ललित दुकान पर थे। इस दौरान दोपहर करीब पौने चार बजे नकाबपोश दो लोग घर में घुसे और शिखा और दिगवांशु की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद हत्यारे बड़े ही आराम से निकल गए।इस बात की जानकारी उस समय हुई जब ललित वर्मा दुकान बंद कर अपने घर पहुंचे। खून में सने दोनों के शव देखकर ललित वर्मा ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही मौके पर क्वार्सी थाना पुलिस समेत आला अधिकारी भी पहुंच गए। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि सीसीटीवी में दो नकाबपोश घर में घुसते और निकलते कैद पाए गए हैं। घर में कई अलमारियां खुली थीं और उनमें सामान बिखरा पाया गया है। ललित ने पूछताछ में साली से चल रहे विवाद में हत्या का अंदेशा जताया है। साली और उसके होने वाले पति के खिलाफ हत्या के अंदेशे में तहरीर दी गई है। पुलिस रंजिशन हत्या और लूट दोनों पहलुओं पर जांच कर रही है।
पीड़ित ललित वर्मा का दावा है कि उनकी पत्नी और बेटे की हत्या 45 लाख रुपए के लिए की गई है। ललित ने पुलिस को बताया कि शिखा के पिता एक सरकारी कर्मचारी थे और उनकी तीन बेटियां थी। ड्यूटी के दौरान उनकी मौत हो गई थी। तीन बेटियां होने की वजह से किसी एक को सरकारी नौकरी मिलनी थी और बाकी दो बहनों को उनके फंड के 45 लाख रुपए मिलने थे, लेकिन शिखा की सबसे छोटी बहन अंजली को ये मंजूर नहीं था। सर्राफा कारोबारी की पत्नी और बेटे की हत्या व लूट से व्यापारियों में रोष हैं। अलीगढ़ सर्राफा कमेटी ने शुक्रवार को दोपहर तक बाजार बंद रखने का एलान किया है। अलीगढ़ सराफा कमेटी के अध्यक्ष विजय अग्रवाल ने कहा कि एक ओर योगी सरकार अपराधियों पर शिकंजा कस रही है, वहीं दूसरी ओर घनी आबादी में हत्याएं हो रही हैं।
इस घटना से व्यापारियों में भारी रोष है। सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। शहर में पुलिस पिकेट बढाई जाएं। इंडियन बुलियन एंड ज्वैलरी एसोसिएशन के क्षेत्रीय अध्यक्ष अमित सर्राफ ने इस घटना पर रोष जताया है। उन्होंने कहा कि बदमाशों ने जिस तरह बर्बरता पूर्वक मां- बेटे की हत्या की है, उससे लगता है कि बदमाश शहर में सिर्फ लूट ही नहीं खौफ पैदा करना चाहते हैं। पीड़ित परिवार को सुरक्षा दी जाए। अखिल भारतीय माहौर स्वर्णकार महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री रवि वर्मा स्वर्णकार ने प्रशासन से मांग की है कि हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए। प्रशासन से 36 घंटे में घटना का खुलासा करने की मांग की है।