कोतवाली में दुष्कर्म पीड़िता को बैठाए रखने और जांच में लापरवाही करने के मामले में एसपी ने की बड़ी कार्रवाई
मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के कोतवाली थाने में दुष्कर्म पीड़िता को बैठाए रखने और जांच में लापरवाही मामले में एसपी ने बड़ी कार्रवाई की है। एसपी सचिन शर्मा ने कोतवाली टीआई अनूप यादव, एसआई गुरुदत्त शेषा और महिला सब इंस्पेक्टर मोहिनी शर्मा को निलंबित कर दिया है। दरअसल सिटी कोतवाली पुलिस पर नाबालिग लड़की को थाने के अंदर 2 दिनों तक रखने, उसके साथ महिला पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट और टीआई पर रेप के मामले की शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगा था। जिसकी शिकायत न्यायपीठ बाल कल्याण समिति के सदस्यों ने कलेक्टर से करते हुए कार्रवाई की मांग की थी। जिस पर कलेक्टर ने अपर कलेक्टर को जांच अधिकारी बनाते हुए जिम्मेदारी सौंपी थी जानकारी के अनुसार छतरपुर शहर में रहने वाली नाबालिग लड़की अपने घर से 28 अगस्त को गायब हुई थी। जिसकी शिकायत परिजनों ने सिटी कोतवाली थाने में की थी।
जिस पर पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज किया था और 2 दिन बाद लड़की वापस मिली। जिसके बाद परिजन लड़की को लेकर थाने FIR करने पहुंचे। जिस पर पीड़ित परिवार ने शिकायती आवेदन में उल्लेख किया कि लड़की का अपहरण कर रेप की घटना को अंजाम दिया गया है। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने रेप का मामला दर्ज कर लिया, लेकिन अपहरण का मामला दर्ज नहीं किया। जिस पर पीड़ित परिवार ने आपत्ति उठाई, तो सिटी कोतवाली पुलिस में मौजूद महिला पुलिसकर्मियों ने नाबालिग लड़की को थाने के अंदर 2 दिनों तक बैठाकर रखा। उसके साथ मारपीट की गई। इसके साथ ही मामला रफा-दफा करने के लिए दबाव बनाते हुए आरोपी युवक को पीड़ित के घर ले जाया गया। वहां पर मामला शांत कराने के लिए बातचीत की गई। मगर पीड़ित पक्ष नहीं माना और उसने इस मामले की शिकायत न्याय पीठ बाल कल्याण समिति में कर दी।
जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया और यहां पर न्याय पीठ बाल कल्याण समिति ने अपनी जांच करते हुए इसकी शिकायत कलेक्टर से की। जिसमें उल्लेख किया गया कि थाना प्रभारी अनूप यादव वर्दी में पीड़िता के घर आरोपी को हथकड़ी डालकर लेकर गए और वहां पर मामला रफा-दफा करने के लिए दबाव बना रहे थे। इसके अलावा पीड़ित लड़की को थाने में बैठाकर मारपीट की गई। तमाम आरोपों की शिकायत कलेक्टर से करते हुए थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। जिस पर कलेक्टर संदीप जीआर ने इस मामले की जांच के लिए अपर कलेक्टर को निर्देशित करते हुए जांच अधिकारी बनाया। अब जांच होने के बाद मामले में लापरवाही बरतने वाले कोतवाली टीआई अनूप यादव, एसआई गुरुदत्त शेषा और महिला सब इंस्पेक्टर मोहिनी शर्मा को एसपी सचिन शर्मा ने निलंबित कर दिया है।