बेगुनाह मां व बहनों की हत्या करने के बाद हत्यारोपी ने बनाया वीडियो, बोला- इज्जत बचाने के लिए सभी को मार डाला
लखनऊ : नाका हिंडोला थाना क्षेत्र के होटल शरनजीत में बेगुनाह मां और चार बहनों की निर्मम हत्या करने के बाद हत्यारोपी बेटे अरशद ने 6.54 मिनट का मोबाइल से वीडियो बनाया। इस वीडियो में हत्यारोपी अपना जुर्म कुबूल करता दिखाई पड़ा रहा है। वह साफतौर पर कह रहा है कि बहनों की इज्जत बचाने के लिए पिता मो. बदर उर्फ बदरुद्दीन के साथ मिलकर मां और चार बहनों की गला दबाने के बाद उनके हाथ की नस काटने के बाद हत्या कर दी। बताया कि उसने मजबूरी में सभी को मौत की नींद सुला दिया। हालांकि, मां और बहनों की हत्या करने वाले हत्यारोपी अरशद को सभी साइको भी बता रहे हैं।
वीडियो में पीएम मोदी और सीएम योगी मांग रहा इंसाफ
दरअसल, होटल हत्याकांड की तफ्तीश में जुटी पुलिस को कुछ घंटे बाद हत्यारोपी अरशद का एक वीडियो मिला। मां और बहनों की हत्या करने के बाद अरशद ने यह वीडियो बनाया है। वीडियो हत्यारोपी कहता है। मैं अरशद हूं…आज मैं अपनी मां और चार बहनों को जान से मार डाला। मैंने यह कदम बहुत ही मजबूरी में उठाया है। यह जान लेने के बाद तक आप मेरी हालत समझ पाएंगे। हत्यारोपी ने आगे बताया कि उसने अपनी मां और बहनों की इज्जत बचाने के लिए हर जगह मदद मांगी, लेकिन किसी ने भी उसकी सहायता नहीं की। बस्ती के रहने वाले गैर-समुदाये के लोगों ने उसकी जिदंगी को नरक बना दिया है। वह उसके आधे मकान को हड़प चुके है और आधे हिस्से को हड़पने की कोशिश कर रहे हैं। मोहल्ले के लोगों से परेशान होकर उसने अपने परिवार को मौत की नींद सुला दिया। वीडियो के माध्यम से हत्यारोपी पीएम मोदी व सीएम योगी से मां और बहनों को इंसाफ दिलाने के लिए मांग कर रहा है।
हैदराबाद में बहनों की बेचने की रच रहे थे साजिश
वीडियो में हत्यारोपी यह भी कह रहा है कि गैर-समुदाये कुछ युवक जोकि उसके मोहल्ले में रहते हैं। वह उसकी बहनों को हैदराबाद में बेचने की साजिश रच रहे थे। यह देख कर वह पूरी तरह से टूट चुका था। पिता मो. बदर उर्फ बदरुद्दीन के साथ उसने कई बार पुलिस से भी शिकायत की, लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हो सकी। लिहाजा, अपने परिवार के साथ उसने कुछ को भी खत्म कर लेने की मंशा बनाई। हत्यारोपी ने बताया कि वह अपने परिवार को बहाना से अजमेर शरीफ लेकर गया। वहां से लौटने के बाद वह सपरिवार नाका के शरनजीत होटल में ठहर गया। देर रात उसने मां आसमां (46), बहन आलिया, अक्क्षा, अल्शिफ और राहीमीन की गला घोंट कर हत्या कर दी। उसके बाद मां और बहनों के हाथ की नस काट दी। पिता मो. बदर ने इस जघन्य अपराध में बेटे अशरफ का पूरा साथ दिया। बताया कि वह मां और बहनों को बाजार में बिकता नहीं देख सकता था, जिस वजह से उसने सभी को तड़पा-तड़पा कर मार डाला।
10-15 दिन से भटक रहा परिवार
हत्यारोपी ने अपनी व अपने परिवार की मौत का जिम्मेदार बस्ती के रहने वालों को ठहराया है। उसने बताया कि बस्ती के लोगों ने उसके परिवार का जीना दुश्वार कर दिया है। सभी लोग उसके परिवार को जीने नहीं दे रहे है। उन्होने उसका घर छीन लिया। 10-15 दिन उसका पूरा परिवार खानाबदोश है। सभी सड़क पर भटक रहे हैं। उसने चौकी पर भी शिकायत की, लेकिन बस्ती के लोगों ने चौकी रुपया देकर उसकी आवाज का बंद करा दिया। शिकायत देने पर भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। अरशद ने यह भी बताया कि वह बंग्लादेशी नहीं है। बदायूं जिले में उसकी ताई रहती है। ताई के पास 1947 के वह सभी प्रमाण है।
परिवार के साथ धर्मांतरण करना चाहता था हत्यारोपी
अरशद ने बताया कि उसका पूरा परिवार इस्लाम छोड़ सनातन धर्म अपनाना चाहता था। वीडियो के माध्यम से उसने यह भी कहाकि उसके मकान को कब्जामुक्त कराया जाये। इसके साथ ही उस स्थान पर मंदिर का निर्माण कराया। हत्यारोपी ने बताया कि वह सनातन धर्म अपनाकर बहनों को बचाना चाहता था लेकिन बस्ती के लोगों ने ऐसा होने नहीं दिया। अरशद ने यह भी बताया कि उसे परेशान करने वाले लोग भू-माफिया, डेयरी और होटल व ढ़ाबा संचालक हैं। इसके साथ ही सभी नकली नोटों का कारोबार भी करते हैं।
पिता को रेलवे स्टेशन पर छोड़कर थाने पहुंचा हत्यारोपी
होटल में मां और बहनों की हत्या करने के बाद अरशद अपने पिता को लेकर रेलवे स्टेशन पर पहुंचा। जहां उसने अपने पिता को छोड़ दिया। इसके बाद थाने पहुंचकर अरशद ने आत्मसमपर्ण कर दिया। थाने पहुंचकर अरशद बोलने लगा कि मैं गुनाहगार हूं, मुझे सजा मिलनी चाहिए लेकिन उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं अपर पुलिस आयुक्त मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि अरशद के पिता मो. बदर की तलाश की जा रही है। फिलहाल, अरशद जिन लोगों पर गंभीर आरोप लगा रहा है। उन सभी से पूछताछ कर रही है।