देवरिया नरसंहार पर बोले अखिलेश- ‘प्रेमचन्द्र यादव की हत्या न होती तो किसी की जान न जाती
देवरिया। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सोमवार को रुद्रपुर के फतेहपुर गांव पहुंचे, जहां जमीन विवाद में पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की हत्या के बाद सत्यप्रकाश दुबे, उनकी पत्नी व तीन बच्चों को मार डाला गया था। पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश ने कहा कि यदि प्रेमचंद की हत्या नहीं होती तो किसी की जान नहीं जाती। सरकार इस बात को छिपाना चाहती है कि प्रेमचंद को बुलाकर मारा गया और किसने मारा।
अखिलेश बोले- निर्दोषों को फंसाया जा रहा…
घटना के बाद कई निर्दोषों को बेवजह फंसाया जा रहा है। सादे कागज पर हस्ताक्षर कराकर मुकदमे लिखे गए हैं। यह मुख्यमंत्री का गृह क्षेत्र है और पुलिस यहां तांडव मचा रही है। देवरिया कांड के बहाने भाजपा पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि सरकार निष्पक्ष है तो दोनों परिवारों की मदद करे। किसी से भेदभाव नहीं होना चाहिए क्योंकि घटनाएं दोनों गलत हैं। बुलडोजर कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि बुलडोजर ही न्याय देने लगा तो अगली सरकार भी यही करेगी।अखिलेश पहले गांव में लेहड़ा टोला गए। सत्यप्रकाश दुबे, उनकी पत्नी व बच्चों के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
अखिलेश 20 मिनट घटनास्थल पर रहे…
जहां सत्यप्रकाश दुबे समेत परिवार के पांच लोगों की हत्या की गई थी। हालांकि, नरसंहार कांड के पीड़ित देवेश दुबे के मना करने के चलते अखिलेश की मुलाकात दुबे परिवार से नहीं हुई। अखिलेश बोले-दुबे परिवार से भी मिलना चाहता था, वह नहीं मिलना चाह रहे हैं तो उनकी मर्जी। दरअसल, देवेश ने सुबह डीएम-एसपी को पत्र भेजकर सपा प्रमुख से मुलाकात करने से इनकार कर दिया था। उसने बताया कि वर्ष 2014 में जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे तभी प्रेमचंद यादव ने मेरे मंदबुद्धि चाचा को बिना रुपये दिए जमीन बैनामा करा ली। मेरे पिता चक्कर काटते रहे लेकिन सुनवाई नहीं हुई। उस समय यदि कार्रवाई हुई होती तो आज यह हत्याएं नहीं होतीं। अखिलेश के आने की वजह से उनके लोग गोलबंद हो गए हैं, ऐसे में मुझे जान का खतरा है।
देवेश के पत्र पर पुलिस प्रशासन ने मुलाकात का कार्यक्रम निरस्त कर दिया। अभयपुर टोला पहुंचकर सपा अध्यक्ष ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव के स्वजन को ढांढस बंधाते हुए परिवार को हर संभव सहायता देने का भरोसा दिलाया। इसके पहले देवरिया पहुंचने की कोशिश में लगे सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को जिले की सीमा पर रोक दिया गया। कई जगह पुलिस की सपाइयों से झड़प भी हुई। गोरखपुर एयरपोर्ट पर भी पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।