पानीपत में तैनात एएसआई की गोली मारकर हत्या, शव करनाल में फेंका, नहर के पास मिला शव
पानीपत के ASI ऋषिपाल की गोलियां मारकर हत्या के मामले में सोमवार को पुलिस ने उसके शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल से कराया। परिजनों के आने के बाद पहले शव का एक्सरे करवाने के मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। दोपहर करीब 2 बजे परिजन ASI के शव को लेकर पैतृक गांव खानपुर खुर्द के लिए रवाना हुए। वहीं उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं दूसरी और इस मामले में पुलिस ने पूछताछ के लिए 3 से 4 लोगों को हिरासत में ले रखा है। एक आरोपी दीपक को कल ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। जिसने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। जिसमें उसने माना है कि पार्टी में हुई कहासुनी के बाद उसने ऋषिपाल को गोलियां मारकर उसके शव को बुढ़नपुर नहर में फेंक दिया।
शुक्रवार शाम को हुआ था डयूटी से लापता…
शुक्रवार शाम को ASI ऋषिपाल अपनी क्रेटा गाड़ी को थाने में खड़ा करके चले गए थे। रात तक वह वापस नहीं आए। फोन बंद आने पर परिवार के लोगों को शक हुआ। करनाल के सदर थाना क्षेत्र के बुढ़नपुर नहर में ASI ऋषिपाल का शव बरामद हुआ था। बाद में पुलिस जांच में सामने आया कि ऋषिपाल के दोस्त दीपक ने पार्टी में अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर कहासुनी होने बाद उसकी 6 से 7 गोलियां मार हत्या कर दी थी।
परिवार पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट…
पोस्टमार्टम हाउस में पहुंचे ASI के छोटे भाई रामकरण ने बताया कि हम पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट है। पुलिस उनके परिवार के साथ न्याय जरूर करेंगी। उसके भाई कि किसी से भी दुश्मनी नहीं थी। पूरे परिवार को पालन उसी के कंधों पर था। आज भाई के जाने के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया।
6 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या आरोपी को किया था 24 घंटे में गिरफ्तार…
बता दें की बीती 15 अगस्त को पानीपत में एक आरोपी ने 6 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी थी। इस मामले की जांच ऋषिपाल को ही सौंपी गई थी। 24 घंटे में अंदर उन्होंने इस मामले को सुलझाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद DGP द्वारा उन्हें प्रशंसा पत्र व 50 हजार रुपए इनाम देकर सम्मानित किया गया।
करीब 12 साल से गोहाना मे रह रहे थे किराए के मकान में…
छोटे भाई रामकरण ने बताया कि पिछले करीब 12 साल से हम तीनों भाई परिवार के साथ गोहाना में किराए के मकान में रहे थे। उनकी भाभी सारिता JBT टीचर है। हम तीनों भाइयों की किसी के साथ कोई रंजिश नहीं थी। उसके बाद भी पता नहीं क्यों मेरे भाई की हत्या कर दी गई।
तीन बच्चों का पिता था ऋषिपाल…
छोटे भाई ने बताया कि उसके भाई के पास दो बेटी व एक बेटा है। बेटा युद्ववीर IIT की जबकि बेटी नीतिका IAS की तैयारी कर रही है। सबसे छोटी बेटी रीतिका 9वीं कक्षा में पढ़ रही है। उनके पिता चंद्रहास को कई साल पहले स्वर्गवास हो चुका है। अब ऋषिपाल की परिवार के पालन पोषण करते थे। भाई की मौत के बाद तीनों बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया।