BPSC टॉपर DSP पर पहली ही पोस्टिंग में लग रहा है हत्या का आरोप, जानिए कौन हैं गोलीबारी करने वाले पुलिस ऑफिसर
बिहार के सासाराम में पुलिस और युवकों के बीच हुई झड़प में एक शख्स की मौत हो गई। इससे शहर में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। भारी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। घटना नगर थाना इलाके के राम जानकी मंदिर के पास की है। बताया जा रहा है कि रात में पार्टी कर रहे कुछ लोगों और ट्रैफिक डीएसपी के बीच मारपीट हो गई। इसके बाद फायरिंग में एक शख्स की मौत हो गई जबकि दो अन्य लोग गोली लगने से घायल हो गए। परिजन का आरोप है कि गोली यातायात डीएसपी ने चलाई। इसके बाद अब एसपी ने जांच का आदेश दिया है, लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिस डीएसपी पर आरोप लग रहा है वह कौन है।
दरअसल, डीएसपी मो.आदिल बिलाल का इसी वर्ष जनवरी 2024 में रोहतास के पहले ट्रैफिक डीएसपी के तौर पर नियुक्ति हुई है। यह मूल रूप से दरभंगा शहर बेता निवासी है। आदिल ने बीआईटी मेसरा से एमटेक और जामिया मिलिया इस्लामिया से बीटेक किया है। इसके बाद यह सिविल सेवा की तैयारी शुरू की और 64वीं बीपीएससी परीक्षा में 22वा रैंक हासिल कर बतौर डीएसपी चयनित हुए। ऐसे में यह टॉप 50 वाली लिस्ट में मजबूती से जगह बनाया।
वहीं,मो.आदिल बिलाल बिहार पुलिस अकादमी से अपनी पुलिस सेवा की ट्रेनिंग पूरी कर अपनी पहली ही तैनाती यानी यातायात पुलिस उपाधीक्षक के तैनाती में ही हत्या जैसे बेहद गंभीर कांड का आरोपी बन गया है। मारे गए युवक के परिजन ने लिखित तौर पर ट्रैफिक डीएसपी पर गोली मारने का बेहद गंभीर आरोप लगाए है।
बताया जा रहा है कि जब पार्टी कर रहे लोगों ने डीएसपी का विरोध किया तो उन्होंने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से फायरिंग कर दी। उन्होंने कुल छह फायर किए। ओम प्रकाश के सीने में गोली लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। एक व्यक्ति के हाथ और दूसरे के माथे पर गंभीर चोट आई है। इसके बाद डीएसपी ने सभी को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी और निकल गए। पीड़ित ने बताया है कि पार्टी में शराब का सेवन हो रहा था और बिहार में शराबबंदी होने के कारण डीएसपी साहब वसूली करने पहुंचे थे। पैसे न मिलने पर उन्होंने फायरिंग कर दी और एक व्यक्ति की मौत हो गई।