पैसों की खातिर भाई ने की थी भाई की हत्या:पुलिस ने हत्या में नामजद तीन बेगुनाह आरोपियों को जेल जाने से बचाया, आरोपी भाई को भेजा जेल
सीतापुर में बीती 8 अगस्त की रात युवक का शव मिलने के मामले में पुलिस ने खुलासा करने का दावा किया है। पुलिस ने इस वारदात में शामिल मृतक के भाई महादेव को गिरफ्तार करते हुए घटना का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने आरोपी भाई के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त अवैध असलहा और कारतूस बरामद करने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने बताया की वारदात के पीछे दोनों भाइयों के बीच जमीन के बिक्री के पैसे के बंटवारे को लेकर विवाद सामने आया था। पुलिस ने आरोपी भाई को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है। एक अन्य की तलाश जारी है।
हत्या के बाद गांव के लोगों को किया नामजद…
मामला रामकोट थाना इलाके के खपूरा गांव की है। यहां बीती 8 अगस्त की ढेर शाम दूध बेचकर घर आ रहे प्रेम प्रकाश की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद आरोपी के भाई बसंत कुमार ने गांव के ही चार नामजद पुराने विरोधियों में अनिरुद्ध, राकेश,सुधीर और मनीष को हत्या का आरोपी बनाया था। पुलिस ने मामले में किस देश कर छानबीन शुरू की तो पुलिस को हत्या का शक मृतक के छोटे भाई महादेव पर ही गहराया।
दोनों भाई तकरीबन ढाई साल तक जेल में…
पुलिस ने मृतक के भाई महादेव को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो घटना से पर्दाफाश हो गया। पुलिस की पूछताछ में महादेव ने बताया कि वर्ष-2017 में गांव के ही सुधीर के भाई अंकलेश की पीट-पीट कर बसंत और प्रेम प्रकाश ने हत्या कर दी थी। इस हत्या के मामले में आरोपी के दोनों भाई तकरीबन ढाई साल तक जेल में रहे और जमानत के बाद वह बाहर आए।
पैसे न देने पर की हत्या…
पुलिस की पूछताछ में आरोपी मृतक के भाई महादेव ने पुलिस को बताया कि अपने भाई बसंत और प्रेम प्रकाश को छुड़ाने के लिए कस्बे के ही इमरान नामक युवक से 1 लाख 45000 रुपये उधार लेकर भाइयों की जमानत करायी थी। पुलिस ने बताया कि जेल से आने के बाद बसंत और मृतक प्रेम प्रकाश ने तीनों भाइयों के हिस्से में पढ़ने वाली एक बीघा जमीन को इमरान के पास 4 लाख 45 हजार में बेंच दिया।
जमीन का पैसा न देना बना वजह…
इस जमीन के बिकने के बाद आरोपी महादेव को उसके भाई बसंत और प्रेम प्रकाश ने जमीन के हिस्से का कोई भी रुपया नहीं दिया जिससे वह इमरान का कर्जदार बना रहा और उसके भाइयों ने उसके हिस्से का भी रुपया नहीं दिया। इसी के चलते आरोपी भाई महादेव ने अपने ही बड़े भाई प्रेम प्रकाश की हत्या की कहानी को रच डाला और अपनी एक साथी राकेश के साथ मिलकर अपने ही भाई की गोली मारकर कर दी।
तीन नामजद आरोपियो को पुलिस ने बचाया…
अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी प्रकाश कुमार ने बताया कि हत्या में नामजद गांव के ही तीन युगों को पुलिस ने गुनहगार बने से बचा लिया और असली गुनहगार मृतक का भाई सलाखों के पीछे पहुंच गया है। पुलिस का कहना है कि इस हत्या की वारदात में नाम जब चारों अभियुक्त के भाई की हत्या साल-2017 में हुई थी। जिसमें मृतक प्रेम प्रकाश और उसका भाई बसंत नाम था। पुरानी दुश्मनी और घटना से अपना नाम हटाने के लिए मृतक प्रेम प्रकाश के भाई महादेव ने पुलिस को तहरीर देकर फर्जी आरोपियों को नामजद किया था।