जिला जेल के बैरक में लटकी मिली दो कैदियों की लाश, 20 दिन पहले भेजे गए थे दोनों जेल
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर हत्या के मामले में दो लोग जेल भेजे जाते हैं और 21वें दिन दोनों के शव जेल बैरक में लटके मिलते हैं। है ना हैरत की बात? उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर स्थित जिस जेल में शव मिले हैं, वहां का प्रशासन कह रहा है कि दोनों ने आत्महत्या कर ली। परिजनों का दावा है कि जेल में उनका मर्डर हुआ है। अगर हत्या नहीं भी हुई और दोनों ने खुदकुशी ही की, तो भी पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं। सवाल ये कि आखिर आत्महत्या करने के लिए जरूरी सामान का जुगाड़ कैदियों ने कैसे कर लिया? सवाल ये कि आखिर दोनों कैदी खुद को लटका रहे थे, तब पुलिस कहां थी?पुलिसिया सिस्टम पर गंभीर सवाल छोड़ती यह घटना है- सुल्तानपुर जिला कारागार की। वहां उस वक्त हड़कंप मच गया, जब हत्या के आरोप में बंद अमेठी के दो बंदियों के शव दोपहर करीब एक बजे के आसपास बैरक में फांसी से लटकते मिले।
सूचना मिलते ही डीएम और एसपी जेल पहुंचे और मौका-ए-वारदात का जायजा लिया। फिर फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड भी मौके पर पहुंचे और जरूरी कार्रवाइयां कीं। मामला सनसनीखेज है, इस कारण तुरंत जेल विभाग के डीआईजी हेमंत कुटियाल और अयोध्या मंडल के डीआईजी प्रवीण कुमार के साथ-साथ जिला जज अभिषेक सिन्हा भी मौके पर पहुंचे। तवाली नगर के गभड़िया मोहल्ले में जिला कारागार के अंदर बैरक में बुधवार दोपहर करिया उर्फ विजय पासी (20) और मनोज रैदास (18) के शव मिले। दोनों 30 मई को कोर्ट से जेल भेजे गए थे। उन पर 26 मई की रात मुर्गी फार्म संचालक ओम प्रकाश यादव की धारदार हथियार से हत्या करने का आरोप था। विजय पासी और मनोज रैदास, दोनों अमेठी जिले के जामो थाना क्षेत्र के लोरिकपुर गांव निवासी थे। उन पर जिस ओम प्रकाश यादव की हत्या का आरोप था, वो भी उसी गांव से था।
हम घर पर नहीं थे, खेत गए थे। सिपाही आया और कहा कि अपने लड़के के कफन का इंतजाम करो। वो बताकर गए कि आपका लड़का फांसी लगा लिया है, लेकिन हमारा लड़का इतनी जल्दी जेल में फांसी नहीं लगा सकता। उसको जेल में या तो मारा गया है या मरवाया गया है।
बहरहाल, जेल में दो बंदियों की संदिग्ध परिस्थितयों में मौत से जेल के अंदर सनसनी फैल गई। हैरत की बात है कि जेल प्रशासन को सूचना भी बंदियों से ही मिली। सूचना पर जेल के अधिकारी बैरक में पहुंचे और जांच पड़ताल किया। अब तो जेल अधीक्षक ने भी मोबाइल ऑफ कर रखा है। उधर, डीएम-एसपी भी कुछ बोलने से बच रहे हैं।
दो कैदियों की सुसाइड की सूचना प्राप्त हुई थी। घटनास्थल को फॉरेंसिक टीम के द्वारा दिखवाया गया है। तीन डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। जो लीगल एक्शन है उसे सुनिशिचत कराया जाएगा।
उधर नगर कोतवाल राम आशीष उपाध्याय ने पंचनामा भरकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। फॉरेंसिक टीम के साथ पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। डीएम जसजीत कौर और एसपी सोमेन बर्मा के नेतृत्व में नगर कोतवाली पुलिस और एसडीम सदर सीपी पाठक भी मौके पर जमे हुए हैं। जेल सूत्रों के मुताबिक आज बंदियों को बैरक से बाहर निकाला गया है। वही बंदियों में भी काफी गुस्सा देखा जा रहा है।