दोस्त-दोस्त ना रहा, जिगरी ही बन गया बचपन की यारी का हत्यारा, करोड़ो रूपये की संपत्ति के लिए की हत्या
मोतिहारी। पूर्वी चंपारण जिले में एक दोस्त ने ही दोस्ती के विश्वास की हत्या कर दी है। शहर के दो दोस्त विवेक कुमार सिंह और झुन्ना सिंह ने दोस्ती के लिए जीने करने की कसमें खाई थीं। दोनों ने साथ मिलकर अपना कारोबार शुरू किया था। जमीन के कारोबार में बंपर पैसा भी कमाया, लेकिन एक दोस्त ने दोस्ती की परिभाषा बदलते हुए अपने दोस्त को बुलाकर उसके गर्दन पर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। मोतिहारी एसपी स्वर्ण प्रभात ने विवेक सिंह हत्याकांड का खुलासा करते हुए भरोसे और विश्वास के कत्ल की कहानी का एक-एक परत खोल दिया है।
पुलिस के अनुसार, मोतिहारी की रघुनाथपुर थाना इलाके की लक्ष्मीपुर इलाके में विवेक कुमार सिंह ने प्रोपर्टी डीलर में जमीन की रजिस्ट्री कराकर दोस्त झुन्ना सिंह के साथ करोड़ों रुपए का माल बनाया लेकिन झुन्ना सिंह ने विश्वासघात करते हुए शूटर के साथ मिलकर विवेक सिंह की ही नहीं बल्कि दोस्ती के विश्वास की हत्या करवा दी। एसपी स्वर्ण प्रभात ने जब एसआईटी का गठन किया और एसआईटी ने झुन्ना पांडे और विवेक सिंह के अकाउंट को खंगाला तो कई चौंकाने वाले रहस्य सामने आए।
बताया जा रहा है कि दोनों के बीच में करोड़ों रुपए के ट्रांजेक्शन होने के सबूत भी मिले हैं। वहीं, कई कारोबार में पार्टनरशिप होने और घंटे घंटे बात करने का भी सबूत मिले हैं। झुन्ना सिंह और विवेक कुमार में पैसे के लेनदेन को लेकर काफी दिनों से हल्की नाराजगी भी सामने आ रही थी, लेकिन, झुन्ना सिंह ने विवेक को ठिकाने लगाने के लिए एक षड्यंत्र रचा और उसे अंजाम तक पहुंचाया।
वहीं, पेट्रोल खत्म होने का बहाना बनाने के बाद विवेक सिंह को लक्ष्मीपुर चौक पर बुलाया उसने विवेक सिंह को यह फोन किया उसकी गाड़ी का पेट्रोल खत्म हो गया है। वह पेट्रोल लेकर आए जब विवेक सिंह पेट्रोल लेकर लक्ष्मीपुर चौक पहुंचा विवेक सिंह के पास एक व्यति बाइक से आया और विवेक सिंह के गर्दन पर गोली चला दी। विवेक सिंह वहीं ढेर हो गया। इसको लेकर स्थानीय लोगों में भी काफी आक्रोश था।