रतन टाटा ने 8वीं बाद किस स्कूल से की पढ़ाई, कैंपस देख रह जाएंगे दंग, 165 साल है पुराना
रतन टाटा का जन्म भले ही मुंबई में हुआ हो, लेकिन उनका जीवन देश और दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में बीता है। साल-1937 में जन्मे रतन टाटा का कुछ समय हिमाचल की वादियों में भी गुज़रा है। बचपन से लेकर जवानी तक उन्होंने कई शहरों की यात्रा की है। रतन टाटा की शुरुआती पढ़ाई मुंबई के कैंपियन स्कूल में हुई थी। वह इस स्कूल में 8वीं कक्षा तक पढ़े। इसके बाद उन्होंने हिमाचल प्रदेश के शिमला के एक स्कूल में दाखिला लिया और आगे की पढ़ाई वहीं से पूरी की। बता दें कि यह स्कूल अंग्रेजों के जमाने का स्कूल है और यह भारत का पहला पब्लिक स्कूल भी है। तो आइए आपको बताते हैं उस स्कूल के बारे में, जहां से रतन टाटा ने अपनी पढ़ाई की।
शिमला के किस स्कूल में पढ़े रतन टाटा…
रतन टाटा ने शिमला के बिशप कॉटन स्कूल में पढ़ाई की। बता दें कि इस स्कूल की गिनती एशिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े स्कूलों में होती है। इस स्कूल की स्थापना अंग्रेजी शासन के दौरान साल-1859 में जॉर्ज एडवर्ड लिंच कॉटन ने की थी। जॉर्ज खुद कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट थे और वेस्टमिंस्टर स्कूल के स्कॉलर थे। बिशप कॉटन स्कूल की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, बिशप कॉटन स्कूल भारत के सबसे पुराने बोर्डिंग स्कूलों में से एक है। इस स्कूल की स्थापना 28 जुलाई साल-1859 को हुई थी. इस स्कूल ने इस साल अपनी स्थापना के 165 साल पूरे किए हैं। इस स्कूल का कैंपस 56 एकड़ में फैला हुआ है। यह स्कूल 8 से 18 साल के लड़कों का बोर्डिंग स्कूल है।
ये बड़े नाम रहे हैं इस स्कूल के छात्र…
रतन टाटा के अलावा, अन्य कई बड़े नाम हैं जिन्होंने अलग-अलग बैच में बिशप कॉटन स्कूल, शिमला से पढ़ाई की है। स्कूल की वेबसाइट पर दी गई एलुमनी लिस्ट में जाने-माने लेखक और पद्मश्री अवार्डी रस्किन बॉन्ड, हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और पद्म भूषण से सम्मानित फली नरीमन, भारत के योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया, इंडियन प्रीमियर लीग के संस्थापक और पूर्व आयुक्त ललित मोदी, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग के पूर्व प्रमुख ए.एस. दुलत, बॉलीवुड एक्टर कुमार गौरव आदि के भी नाम शामिल हैं। ये सभी इस स्कूल के छात्र रहे हैं।