गुरू और शिष्य का रिश्ता हुआ कलंकित, कॉलेज में कुकर्मी शिक्षक ने छात्रा के साथ बनाए शारीरिक संबंध, पुलिस ने किया गिरफ्तार
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले से एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है।यहां गुरु शिष्य के परंपरा को एक कलयुगी शिक्षक मोइनुद्दीन अंसारी ने कलंकित कर दिया। कुकर्मी मोइनुद्दीन अंसारी ने नाबालिग छात्रा के साथ शारीरिक संबंध बनाए। इसका वीडियो भी वायरल है।पुलिस ने मोइनुद्दीन अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि कुकर्मी शिक्षक मोइनुद्दीन अंसारी ने न सिर्फ गुरु शिष्य के रिश्ते को तार तार किया है बल्कि हिंदू मुस्लिम जैसे संवेदनशील मुद्दे पर पेट्रोल छिड़कने का काम किया है।
पद बड़ा कर्म घिनौना
कुकर्मी मोइनुद्दीन अंसारी उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ कुशीनगर का जिला उपाध्यक्ष और ऑल इंडिया मन अनुसार सभा का पूर्वांचल प्रभारी है।पद इतना बड़ा,लेकिन इसके कर्म घिनौने हैं।स्कूल में ज्ञान की लौ जलाने के बजाय यह छात्रा के साथ स्कूल परिसर में ही शारीरिक संबंध बनाता है।
क्या है पूरा मामला
कुशीनगर के एक इंटर कॉलेज में शिक्षक मोइनुद्दीन अंसारी जब कॉलेज के कमरे में इस घिनौनी हरकत को अंजाम दे रहा था, उसी समय किसी ने उसका वीडियो बना लिया और वीडियो वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद ये मामला प्रकाश में आया और मोइनुद्दीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
प्रधानाचार्य और शिक्षक को किया गया निलंबित
इस मामले की सूचना जैसे ही डीआईओएस को मिली तो उन्होंने कड़ी कार्रवाई करते हुए शिक्षक मोइनुद्दीन अंसारी और प्रधानाचार्य को निलंबित कर दिया है। इस मामले की सूचना मिलने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता कॉलेज पहुंचे और गेट के सामने जमकर हंगामा किया। एबीवीपी कार्यकताओं ने सर्विस रोड को जाम भी कर दिया।अ इनका आरोप है कि मोइनुद्दीन अंसारी लड़कियों को अच्छे नंबर दिलाने का प्रलोभन देकर उन्हें अपने जाल में फंसाता था और फिर उनका शारीरिक शोषण करता था।
छात्रा के परिजनों ने लिखाई रिपोर्ट
हालांकि इस बार हिम्मत दिखाते हुए छात्रा के परिजनों ने कसया थाने में शिक्षक मैनुद्दीन अंसारी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्टर दर्ज करने के बाद पुलिस ने मैनुद्दीन को गिरफ्तार भी कर लिया है।
छात्रों और परिजनों में आक्रोश
इस घटना के सामने आने के बाद छात्रों और उनके परिजनों में आक्रोश है।उनका कहना है कि अगर शिक्षक ही इस तरह की हरकत करेंगे तो बच्चे किसके भरोसे अकेले छोड़ें। बता दें कि पुलिस कानूनी कार्रवाई जरूर कर रही है,लेकिन दूसरी तरफ इस मामले ने उन अभिभावकों के कान खड़े कर दिये हैं जो अपने बच्चों को विद्यालय इसलिए भेजते हैं कि उन्हें अच्छा ज्ञान मिल सके और वह समाज और देश का नाम रोशन कर सकें,लेकिन ज्ञान देने के बजाय उनके अस्मत को ही लूट लिया जाता है।