गाजियाबाद में वकील/बैनामा लेखक मोनू चौधरी की गोली मारकर हत्या,तहसील में चैंबर के अंदर हुई वारदात
गाजियाबाद में तहसील परिसर के अंदर चैंबर में वकील की गोली मारकर हत्या, योगी राज में कानून-व्यवस्था पर उठे सवाल खास ये है कि हापुड़ में वकीलों पर पुलिस के हमले के खिलाफ आज पूरे प्रदेश में वकील आंदोलन कर रहे थे, जिसे देखते हुए सभी कोर्ट और तहसीलों पर पुलिस बल तैनात था। इसके बावजूद गाजियाबाद में अपराधी वकील की हत्या कर फरार हो गए, जिससे पुलिस पर सवाल खड़े होते हैं।
उत्तर प्रदेश में पुलिस और सरकार को फिर ठेंगा दिखाते हुए अपराधियों ने आज गाजियाबाद के सदर तहसील परिसर के अंदर बने चैंबर में घुसकर वकील (बैनामा लेखक) मोनू चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी। हमलावर कौन थे, कितने थे, हत्या का कारण क्या हो सकता है, ये अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस जांच के बाद ही कुछ बताने की बात कह रही है। घटना बुधवार की दोपहर उस समय हुई जब वकील मोनू चौधरी चैंबर नंबर-95 के अंदर खाना खा रहे थे।
मोनू चौधरी का शव उन्हीं की कुर्सी पर लहूलुहान हालत में मिला है। वे तहसील बार एसोसिएशन का चुनाव भी लड़ चुके थे। फिलहाल तहसील परिसर में बड़ी तादाद में वकील इकट्ठा हैं और पुलिस मौके पर जाच कर रही है। गाजियाबाद के अपर पुलिस आयुक्त दिनेश कुमार ने बताया कि आज तहसील बार परिसर में मनोज चौधरी नाम का एक वकील अपने चैंबर में दस्तावेज लेखक के साथ लंच कर रहा था।
चेंबर में मुंह ढके दो लोग आए और उनमें से एक व्यक्ति सीधा मनोज की ओर बढ़ा और उसे गोली मार दी। वे तुरंत वहां से चले गए। जानकारी मिलते ही हम मौके पर जांच के लिए आए। आरोपियों की पहचान के लिए जांच जारी है।जानकारी के अनुसार, सिहानी गेट थाना क्षेत्र की सदर तहसील के चैंबर नंबर-95 में ये वारदात बुधवार दोपहर करीब 2 बजे के आसपास हुई है। कहा जा रहा है कि हमलावर पैदल आए और वारदात करके फरार हो गए।
फिलहाल पुलिस में शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरा और अन्य लोगों से बातचीत करके जानकारी जुटा रही है ताकि हमलावरों का सुराग मिल सके। खास बात ये है कि इस हफ्ते हापुड़ में वकीलों पर पुलिस के हमले के खिलाफ आज पूरे प्रदेश में वकीलों ने आंदोलन का ऐलान कर रखा था, जिसे देखते हुए सभी कचहरी और तहसीलों पर भारी पुलिस फोर्स तैनात थी। इसके बावजूद गाजियाबाद में अपराधी चैंबर में घुसकर वकील की हत्या करके फरार हो गए। इससे यूपी पुलिस की पर एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे हैं।