राजा भईया के प्रस्ताव पर योगीराज-टू में यूपी विधानसभा के निर्विरोध अध्यक्ष होंगे सतीश महाना, आज होगी लखनऊ में औपचारिक घोषणा
कुंडा के बाहुबली विधायक एवं जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह “राजा भईया” के प्रस्ताव पर विधानसभा अध्यक्ष पद पर कानपुर के सतीश महाना के नाम के प्रस्ताव से राजनीति में आया भूचाल, राजनीति से जुड़े लोग लगा रहे हैं,तरह-तरह का कयास…
सूबे में औद्योगिक क्षेत्र कानपुर से लगातार सतीश महाना चुनाव जीतकर अपना और भाजपा का नाम में चार चाँद लगाने का कार्य करते रहे। वर्ष-2017 में जब भाजपा बिन सीएम के चेहरे के वगैर सूबे में पीएम मोदी के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत की सरकार बनी तो मुख्यमंत्री के चेहरे में एक नाम सतीश महाना का भी रहा, परन्तु बाद में मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर योगी आदित्यनाथ को बैठाया गया। सतीश महाना को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था और इस बार सीएम का चेहरा योगी आदित्यनाथ थे तो चुनाव परिणाम के बाद योगी जी के नेतृत्व में मिले प्रचंड बहुमत के बाद योगी-2 का गठन हुआ जिसमें सतीश महाना को मंत्रिमंडल से बाहर रखा गया तो लगा कि सतीश महाना को इस बार विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर विराजमान होना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूसरी पारी में कानपुर की झोली में खाली हाथ की जगह एक अहम पद आ जाएगा। सतीश महाना लगातार आठवीं बार विधायक चुने गए हैं। भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री सतीश महाना का निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुना जाना तय हो गया है। इसकी औपचारिक घोषणा मंगलवार को लखनऊ में होगी। सतीश महाना विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी संभालने वाले कानपुर के दूसरे नेता होंगे। इससे पहले वर्ष 1990-91 में मुलायम सिंह यादव की सरकार में कानपुर के हरिकिशन श्रीवास्तव विधानसभा अध्यक्ष रहे।
कानपुर के चौबेपुर विधानसभा से तीन बार विधायक रहे हरि किशन 90 के दशक में मुलायम सिंह यादव की सरकार में विधानसभा अध्यक्ष बनकर कानपुर का गौरव बढ़ाने का किया था, काम…
सतीश महाना लगातार आठवीं बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। भाजपा की पिछली कई सरकारों में वह मंत्री की भूमिका में रहे हैं। इस बार वह बिल्कुल अलग भूमिका में नजर आएंगे। योगी की पहली सरकार में पड़ोसी जनपद उन्नाव से हृदयनारायण दीक्षित विधानसभा अध्यक्ष रहे। इस बार यह गौरव कानपुर को मिला है। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद कहा जा रहा था कि इस बार सतीश महाना को कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। हालांकि, उनके विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने की कोई चर्चा नहीं रही। बताया जा रहा है कि साफ सुथरी छवि और सबको साथ लेकर चलने की योग्यता को देखते हुए उन्हें सदन का नेतृत्व सौंपा गया है। इसके पहले कानपुर महानगर से विधानसभा अध्यक्ष के रूप में महानगर से पहली जिम्मेदारी हरकिशन श्रीवास्तव को मिली थी। मुलायम सिंह यादव की सरकार में उन्हें अध्यक्ष की भूमिका निभाने का मौका मिला था। वह चौबेपुर क्षेत्र से तीन बार विधायक रहे। बसपा और फिर सपा के साथ अपनी सियासी पारी के दौरान वह अपनी दमदार छवि के लिए जाने गए। वह एक बार प्रदेश सरकार में मंत्री भी बने थे। महाना के निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने का रास्ता साफ होने पर उनके लाल बंगला स्थित कैंप कार्यालय में समर्थकों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर खुशी मनाई गई। इस दौरान मिठाइयां भी बांटी गईं। यहां राकेश तिवारी, वी डी राय, सुरेश अवस्थी, लाल त्रिवेदी, श्रीकांत मिश्रा, सुरेंद्र सिंह, सौरभ तिवारी, भुवनेश बाजपेई, शत्रुघ्न सिंह, सुमित वधावन, जीतू विश्वकर्मा आदि मौजूद रहे।