प्रतापगढ़ के एसपी ने तीन निरीक्षकों व पांच उप निरीक्षकों का किया तवादला, पर अपराध पर नहीं लगा पा रहे हैं, अंकुश
प्रतापगढ़। पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ सतपाल अंतिल द्वारा निम्नलिखित निरीक्षक/उप निरीक्षक नागरिक पुलिस का स्थानान्तरण तात्कालिक प्रभाव से उनके नाम के सम्मुख अंकित स्थान पर किया जाता है। प्रतापगढ़ में लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद अचानक अपराध का ग्राफ बढ़ गया, जिसे कंट्रोल करने के लिए एसपी प्रतापगढ़ कुछ थाना अध्यक्ष को इधर से उधर किया तो कई को लाइन में भी आमद कराने का आदेश दिया है।
01. निरीक्षक श्री अवन कुमार दीक्षित, प्र0नि0 थाना लालगंज से प्रभारी निरीक्षक थाना कन्धई।
02. निरीक्षक श्री प्रदीप कुमार, प्र0नि0 कन्धई से प्र0नि0 थाना बाघराय।
03. निरीक्षक श्री नीरज कुमार यादव, प्र0नि0 क्राइम ब्रांच से प्र0नि0 थाना लालगंज।
04. उप निरीक्षक श्री राधेश्याम, थानाध्यक्ष दिलीपपुर से थानाध्यक्ष कोहंडौर।
05. उप निरीक्षक श्री निकेत भारद्वाज, थानाध्यक्ष बाघराय से थाना कोहंडौर।
06. उप निरीक्षक श्री विवेक कुमार मिश्र, थाना कोहंडौर से थानाध्यक्ष दिलीपपुर।
07. महि0 उप निरीक्षक, श्रीमती प्रीति कटियार थानाध्यक्ष कोहंडौर से पुलिस लाइन्स।
08. उप निरीक्षक श्री एहसानुलहक खां, चोकी प्रभारी मदाफरपुर, थाना कोहंडौर से पुलिस लाइन्स।
प्रतापगढ़ जो अपराधगढ़ बनता जा रहा था, उसे सही करने के लिए शासन ने पहले अनुराग आर्य को जिले के कमान सौंपी थी और काफी कुछ आर्य ने दुरुस्त भी किया, परन्तु प्रतापगढ़ की आबो हवा उन्हें रस न आई और वह स्वयं लम्बी छुट्टी लेकर प्रतापगढ़ को बाय-बाय कर दिए। फिर आये आकाश तोमर और आते ही जिले को चुस्त दुरुस्त करने के लिए उन्होंने काफी सुधार किया, परन्तु प्रतापगढ़ के नेताओं से उनकी भी नहीं जमी और वह भी लम्बी छुट्टी लेकर जिले को अलविदा कह दिए।
फिर जिले की कमान सँभालने पड़ोसी जनपद फतेहपुर से सतपाल अंतिल आते हैं और इन्होंने प्रतापगढ़ के नेताओं और अपराधियों दोनों को बाखूबी समझा बूझा और सबका इलाज अपने अंदाज में करना शुरू किया और लम्बी पारी खेलकर एक रिकार्ड कायम किया। लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद यह कयास लगाया जाने लगा है कि जिले में पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल का तवादला किसी भी समय हो सकता है। बस तवादले की सूची आने की देर है। फिर भी पुलिस अधीक्षक महोदय जिले की पुलिसिंग को चुस्त व दुरस्त करने के लिए थानेदारों को इधर से उधर किये हैं, फिर भी अपराध पर नियंत्रण नहीं कर पा रहे हैं।