देवरिया नरसंहार में बुलडोजर एक्शन की तैयारी,दोनों पक्षों से 33 नामजद, 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज, अब तक 16 गिरफ्तार
देवरिया में एक ही परिवार के 5 लोगों और दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति को मौत के घाट उतारे जाने के बाद अब एक्शन शुरू हो गया है। जमीन विवाद में पूरे परिवार को मौत के घाट उतारने के आरोपी परिवार के मकान की मापी चल रही है। बुलडोजर एक्शन की तैयारी है।
देवरिया नरसंहार में अब प्रशासन और सरकार की ओर से कार्रवाई शुरू कर दी गई है…
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले ही दोषियों को किसी भी कीमत पर न बख्शे जाने का संदेश दिया है। सीएम के निर्देश पर ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव और सत्य प्रकाश दुबे के बीच चल रहे जमीन विवाद में सोमवार की सुबह 6 लोगों की लाश गिरी। प्रेम यादव की हत्या के बाद सत्य प्रकाश दुबे के पांच लोगों की हत्या कर दी गई। एक मासूम जिंदगी की जंग लड़ रहा है। परिवार में एक मात्र पुत्र बचा हुआ है जो घटना के समय पाठ कराने गया हुआ था। इस मामले में पुलिस का एक्शन जारी है। दावा किया जा रहा है कि प्रेम यादव ने रसूख का इस्तेमाल करते हुए सरकारी जमीन कब्जाकर मकान का निर्माण करा लिया था। उसकी मापी का कार्य किया जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि जमीन मापी के बाद अगर गड़बड़ी पाई गई तो मकान पर बुलडोजर चलेगा। मीडिया में दावा किया जा रहा है कि मंगलवार-बुधवार की रात को भी बुलडोजर एक्शन हो सकता है।
देवरिया जमीन विवाद हत्याकांड में दोनों पक्षों की ओर से 33 नामजद और 50 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज कराया गया है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। लगातार छापेमारी की जा रही है। पुलिस और पीएसी की टीम मंगलवार को लेड़हा टोला में जमी रही। माहौल को शांत रखने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की टीम भी मौके पर मौजूद है। घटना में मारे सत्य प्रकाश दुबे की बेटी शोभिता दूबे की तहरीर पर 28 नामजद और 50 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। वहीं, मृतक प्रेमचंद यादव के चचेरे भाई ने दूबे परिवार के 5 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। प्रेम यादव परिवार की ओर से जिन लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया है, उन सभी लोगों की मौत हो चुकी है।
जाने क्या है पूरा मामला…
सोमवार की सुबह रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के फतेहपुर गांव में जमीनी विवाद को लेकर पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की हत्या कर दी गई। इसके प्रतिशोध में प्रेम यादव पक्ष के दर्जनों लोगों ने लाठी- डंडों और हथियार के साथ सत्य प्रकाश दुबे के घर पर धावा बोल दिया। उग्र भीड़ ने सत्य प्रकाश दुबे, उनकी पत्नी किरण दुबे, बेटी सलोनी एवं नंदनी और बेटा गांधी दुबे की बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी। इस हमले में सत्य प्रकाश दुबे का 8 वर्षीय बेटा अनमोल दुबे गंभीर रूप से घायल हो गया है। उसका गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है।
शोभिता दुबे की तहरीर पर 28 नामजद केस दर्ज…
देवरिया नरसंहार में मारे गए सत्य प्रकाश दुबे की बेटी शोभिता दूबे की तहरीर पर पुलिस ने प्रेम प्रकाश यादव, रामजी यादव, राम भवन यादव, गोरख यादव, परमहंस यादव, देवानंद यादव, श्याम यादव, अभिषेक यादव, दुर्गेश यादव, नवनाथ मिश्र उर्फ पट्टू, दिवाकर तिवारी, अमरनाथ तिवारी, पवन तिवारी, श्रीप्रकाश दुबे, श्रीराम दुबे , प्रभात दुबे, वीरू दुबे, शिवम दुबे, रामायण पाल, रघुवीर पाल, सुदामा पाल, सुग्रीव पाल, सुग्रीव तिवारी, गौरी शंकर तिवारी, प्रदीप राजभर, परशुराम राजभर, बेचू राजभर समेत 28 नामजद के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके अलावा 50 अज्ञात लोगों पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। इन सभी पर आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 34, 323, 427, 352, 452, 504, 307 और धारा 302 के तहत रुद्रपुर कोतवाली थाने में केस दर्ज हुआ है।
अनिरुद्ध यादव की तहरीर पर पांच पर एफआईआर…
मृतक प्रेमचंद यादव के चचेरे भाई अनिरुद्ध यादव ने 5 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है। अनिरुद्ध यादव ने सत्य प्रकाश दुबे, उनकी पत्नी किरण दुबे, बेटी सलोनी, नंदिनी और गांधी दुबे के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 34, 302 और धारा 504 के तहत केस दर्ज कराया है। इन सभी की उग्र भीड़ ने हत्या कर दी है।
अब तक 16 अभियुक्त गिरफ्तार
देवरिया पुलिस ने इस मामले में ताबड़तोड़ एक्शन किया है…
लगातार छापेमारी कर अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में गोरख यादव, श्याम यादव, कुश यादव, रामजी यादव, देवानंद यादव, दुर्गेश यादव, अनिरुद्ध यादव, रामभवन यादव, राधेश्याम यादव, दिवाकर तिवारी , बेचू राजभर, अर्जुन यादव, परशुराम राजभर, प्रदीप राजभर और फुलगेना यादव शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि बचे आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश बढ़ाई जा रही है।