नई दिल्ली। किसी भी खाने पीने के आइटम्स से लेकर कॉस्मेटिक्स या दूसरी चीजों को खरीदने से पहले उनकी मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट को देखा जाता ह। इसके बाद ही उस पर भरोसा किया जा सकता है, लेकिन जब इसमें भी गड़बड़झाला हो तो क्या होगा। दिल्ली में ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया गया है जो जाने माने ब्रांड्स पर नकली मैन्युफैक्चरिंग डेट मेंशन कर दिल्ली-एनसीआर में धड़ल्ले से इनकी सप्लाई कर रहा था। यह ब्रांडेंड आइटम्स महाराष्ट्र के कबाड़ियों से खरीदा जाता था जिसको नया लेवल देकर सप्लाई के लिए तैयार किया जाता था।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के साइबर सेल ने इस रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने फेक मैन्युफैक्चरिंग डेट वाले फूड और कॉस्मेटिक्स आइटम्स की खेप को दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से बरामद किया है। इसकी कीमत करीब 40 लाख रुपए आंकी गई है ।गोदाम के मालिक अश्वनी कोहली (58) को भी गिरफ्तार किया गया है।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और साइबर टीम की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच के डीसीपी राकेश पावरिया ने बताया कि साइबर सेल को शुक्रवार गुप्त सूचना मिली थी कि दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में नकली सामान को बेचने का गोरखधंधा मैन्युफैक्चरिंग डेट बदलकर किया जा रहा है। एक्सपायर हो चुके जाने माने ब्रांड्स की तारीखों में बदलाव कर उसको नई डेट देकर बाजार में सप्लाई किया जा रहा है।
सूचना मिली थी कि खासकर मोती बाग और शास्त्री नगर इलाकों में बड़े-बड़े इंटरनेशनल और नेशनल ब्रांड्स के फूड और कॉस्मेटिक आइट्म्स पर नकली मैन्युफैक्चरिंग डेट लगाकर बेचा जा रहा है। इसकी सूचना मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एसीपी/साइबर सेल, क्राइम ब्रांच पवन कुमार की निगरानी और इंस्पेक्टर विवेकानंद की देखरेख में टीम का गठन किया। टीम ने पश्चिम मोती बाग, सराय रोहिल्ला गोदाम पर छापेमारी की गई।
लेजर प्रिंटिंग मशीन से तैयार किया जाता था नया लेवल
जांच टीम को गोदाम में छापेमारी करने के बाद लेजर प्रिंटिंग मशीन मिली जो चालू हालत में थी इसका इस्तेमाल एक्सपायर हो चुके उत्पादों पर फिर से नई नकली मैन्युफैक्चरिंग तारीख डालने के लिए किया जा रहा था। छापेमारी के दौरान टीम ने फॉग बॉडी स्प्रे के 20 कार्टून बरामद किए। जिन पर से मैन्युफैक्चरिंग डेट, एक्सपायरी डेट, बैच नंबर और कीमत को मिटाया गया था। इन सभी पर नई डिटेल डालने की तैयारी की जा रही थी ।इस मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने गोदाम मालिक अश्वनी कोहली को सुभद्रा कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया है। अश्वनी कोहली दिल्ली के शास्त्री नगर इलाके में रहता है जोकि मूल रूप से हरियाण के अंबाला कैंट का रहने वाला है।
कर्ज में डूबने के बाद शुरू किया यह गोरखधंधा
इस दौरान पुलिस पूछताछ में आरोपी गोदाम मालिक अश्विनी कोहली ने बताया कि 2021 में उसकी मुलाकात कवल आनंद से हुई थी जो एक्सपायर हो चुके फूड आइटम्स की मैन्युफैक्चरिंग डेट बदलकर मार्केट में बेचकर अच्छी कमाई करता था। यह गोरखधंधा उस वक्त शुरू किया था जब वह कर्ज में डूब गया था। इसलिए कमाई का यह आसान तरीका उसने अपनाया और लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने वाले इस अवैध धंधे की शुरुआत की।
महाराष्ट्र के भिवंडी और पुणे से स्क्रैप डीलरों से खरीदता था सामान
आरोपी अश्वनी कोहली की ओर से मोती बाग, सराय रोहिल्ला के गोदाम में एक प्रिंटिंग मशीन भी लगाई हुई थी। जहां वो मैन्युफैक्चरिंग तारीख को बदलकर नई तारीख के स्टिकर छापकर उनको प्रोडक्ट्स पर लगाकर दिल्ली और एनसीआर इलाके में बेचता था।आरोपी ने खुलासा किया कि वो एक्सपायर हो चुके आइटम्स महाराष्ट्र के भिवंडी और पुणे से स्क्रैप डीलरों से खरीदता था और नया लेवल लगाकर उनको यहां पर सप्लाई कर मोटा मुनाफा कमाता था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।