प्रतापगढ़ में खाकी भी नही है महफूज़, प्रतापगढ़ के नवनिर्वाचित विधायक राजेंद्र मौर्य के सुरक्षा गार्ड को दबंग रेस्टोरेंट संचालक ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, छुड़ाने की नहीं पड़ी किसी की हिम्मत
सदर मोड़ पर वाहन चेकिंग के दौरान सीओ सिटी के गनर से दो सगे भाईयों के महज हाथापाई की घटना पर दोनों सगे भाईयों को पुलिस ने ऐसी पिटाई की थी कि देखने वाले के खड़े हो गए थे,रोंगटे…
प्रतापगढ़। विधानसभा चुनाव में कानून ब्यवस्था भी एक मुद्दा था और सत्ताधारी दल के नेता सूबे में योगी आदित्यनाथ की सरकार में कानून ब्यवस्था को लेकर बड़े-बड़े दावे किये गए और दबंग एवं माफिया किस्म के लोगों पर कार्रवाई करने के लिए योगी आदित्यनाथ को प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बुलडोजर बाबा तक की उपाधि दे डाली। अभी सूबे में सिर्फ मतगणना हुई है और योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री की शपथ भी नहीं ले पायें हैं। कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर रहे योगी आदित्य नाथ के सामने कानून ब्यवस्था को लेकर बड़ी चुनौती है। चुनाव बाद अचानक अपराध के ग्राफ में बढ़ोत्तरी हुई है जो चिंता का विषय है। योगी आदित्य नाथ अपने दूसरे कार्यकाल के लिए 25 मार्च को शपथ लेंगे और फिर पूरे फार्म में कार्य करेंगे। परन्तु उससे पहले पूरे परदेश में अराजकता का माहौल बनता जा रहा है।
सत्ताधारी दल के नवनिर्वाचित प्रतापगढ़ के विधायक राजेंद्र मौर्य का घर और ब्यवसायिक प्रतिष्ठान कोतवाली नगर के चिलबिला में है। होली के दिन उनका सुरक्षागार्ड राहुल सिंह शाम लगभग 3:30 बजे पुलिस लाइन के साथी कांस्टेबल राजीव यादव और कृष्णकांत यादव के साथ प्रयागराज-अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित सोनावां के सत्कार फेमिली रेस्टोरेंट पर भोजन करने पहुँचे थे,जहाँ सत्कार फेमिली रेस्टोरेंट के संचालक से भोजन कराने की बात तीनों सिपाहियों ने किया तो रेस्टोरेंट के संचालक ने भोजन कराने से मना कर दिया। फिर सिपहियों ने कहा कि कुछ नाश्ता ही करा दीजिये तो नाश्ता के लिए भी मना कर दिया गया। इस बात पर रेस्टोरेंट के संचालक और सिपाहियों में कहासुनी होने लगी और कुछ ही देर में तीनों सिपाही हनुमान मंदिर के आगे श्रीराम रिसोर्ट के बगल मधुवन स्वीट्स पर आकर बैठ गए। हालांकि तीनों सिपाही सिविल ड्रेस में थे।
उत्तर प्रदेश शासन का स्टीकर लगाये एक बोलेरो आकर मधुवन स्वीट्स पर खड़ी हुई और उसमें से आधा दर्जन दबंग बदमाश नीचे उतरे और बिना कुछ पूंछे ही तीनों सिपाहियों पर हमला बोल दिया और दौड़ा-दौड़ा कर जमकर पीटा। किसी की हिम्मत नहीं पड़ी कि पिटते हुए सिपाहियों को छुड़ा सके। दबंगो के कहर से प्रतापगढ़ में कानून के रक्षक भी महफूज़ नहीं हैं तो आम आदमी अपने को कैसे सुरक्षित माने ? मजेदार बात यह है कि उसमें का एक सिपाही राहुल सिंह नवनिर्वाचित विधायक राजेन्द्र मौर्य का सुरक्षा गार्ड है। यदि सुरक्षा गार्ड को दबंग बदमाशों द्वारा सड़क पर दौड़ा दौड़ा कर पीटा गया और वह अपनी सुरक्षा नहीं कर सका तो कल विधायक जी पर कहीं हमला हो गया तो उनकी सुरक्षा कौन करेगा ? आज घटना को घटित हुए तीन दिन हो गए और अपने सिपाहियों को पीटने वाले दबंग बदमाशों पर प्रतापगढ़ के तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक कोई कार्रवाई न कर सके। एक अदद मुकदमा भी सिपाहियों की तहरीर पर नहीं लिखा जा सका तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस दावे का क्या होगा जिसमें वह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि अपराधियों की जगह जेल होगी या प्रदेश के बाहर होगी।
वास्तव में प्रतापगढ़ में अपराध कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। यहाँ पर बेख़ौफ़ बदमाश अपना निशाना कानून के रक्षकों पर भी लगाने से परहेज नहीं करते। एक फेमिली रेस्टोरेंट के संचालक का मनोबल इतना बढ़ जाए कि उसकी दुकान पर पहुँचे पुलिस के जवान को भोजन कराने की जगह उनकी जमकर धुलाई कर दे। एक फेमिली रेस्टोरेंट पर पार्टी करने गए नवनिर्वाचित विधायक के गनर को रेस्टोरेंट के संचालक के गुर्गों ने ऐसा पीटा कि देखने वाले देखते रह गए। किसी की मजाल नहीं हुई कि बेख़ौफ दबंगो से कोई सवाल कर सके कि सिपाहियों को क्यों मार रहे हो ? शायद इसीलिए बेखौफ दबंगो ने गनर समेत तीन सिपाहियों को उसके ही रिसोर्ट के बाहर पहुँचकर पीटा। विधायक के गनर और उसके दो साथी सिपाहियों से सरेआम दंबगई करने के बाद भी बेख़ौफ बदमाश खुलेआम घूम रहे है और पुलिस कुछ भी नहीं कर सकी। ताज्जुब की बात यह कि पुलिस के पिटाई के बाद भी पुलिस महकमे के अफसरों ने अभी तक एक अदद प्राथमिकी तक दर्ज नहीं की। विधायक का गनर परेशान है और अफसरों से न्याय की गुहार लगा रहा है। इससे बेखौफ अपराधियों का मनोबल और बढ़ेगा जो कानून का राज कायम करने में किसी विघ्न से कम न होगा।