आंखें फोड़ीं, प्राइवेट पार्ट काटा, दो दोस्तों ने मिलकर 11 वर्षीय बालक को क्रूरता से मार डाला, पुलिस भी रह गई सन्न
एटा के थाना मिरहची के गांव आलमपुर में 14 मई को चाकू और पत्थर से प्रहार कर एक 11 वर्षीय बालक की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए घटना के समय साथ मौजूद दोस्तों को गिरफ्तार कर बाल सुधार गृह भेजा है। आरोपियों ने बताया कि एक मामले में मृतक उनको ब्लैकमेल करता था। जिसकी वजह से उसे मार दिया। गांव आलमपुर निवासी सुनील कुमार ने पुलिस को बताया कि 11 वर्षीय पुत्र अनुज कुमार गांव के ही 2 दोस्तों के साथ 14 मई को सुबह लगभग 8.30 बजे शौच क्रिया के लिए आम के बाग में गया था। आरोप था कि अज्ञात व्यक्ति ने बच्चों के ऊपर हमला कर दिया। दो बच्चे तो किसी तरह उसके चंगुल से घायल अवस्था में छूटकर भाग निकले, मगर उसने अनुज को पकड़ लिया। इसके बाद उसको धारदार हथियार से हमला करते हुए काट दिया। प्राइवेट पार्ट और आंखों पर प्रहार करते हुए अनुज को मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस को शुरू से ही था दोस्तों पर शक
सीओ सदर संजय सिंह ने बताया कि घटना के बाद जिस प्रकार से बच्चे बार-बार बयान बदल रहे थे और हाथ में चोट दिखा रहे थे, उससे शक गहरा रहा था। इतना ही नहीं जब इनसे कड़ाई से पूछताछ की गई, तो बताया कि मृतक ब्लैकमेल कर रहा था। जिसके चलते शौच के बहाने ले जाकर सब्जी काटने वाले चाकू और पत्थर से प्रहार कर उसकी हत्या कर दी। खुलासे के बाद दोनों बालअपचारियों को किशोर न्यायालय में पेश करने के बाद किशोर सुधार गृह आगरा भेज दिया गया है। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी और मृतक घटना से लगभग 10 दिन पूर्व घर के अंदर छुपम-छुपाई खेल रहे थे। जिस कमरे में दोनों आरोपी छुपे थे, उसी में एक बालिका भी थी। जिसके साथ कुछ गलत हरकतें करते हुए मृतक ने इन दोनों को देख लिया था। उसके बाद से ही ब्लैकमेल करने लगा था।
सीओ सदर संजय कुमार ने बताया कि घटना के बाद मृतक के परिजन या गांव के अन्य कोई लोग पुलिस का सहयोग नहीं कर रहे थे। जांच के दौरान सभी को विश्वास में लेकर आगे की कार्रवाई की गई, तो सामने आया कि जब तीन बालक साथ ही शौच क्रिया को गए थे तो हमलावर ने एक बालक को ही क्यों मारा। शेष दोनों के ऊपर हमला क्यों नहीं किया गया। गहनता के साथ जांच-पड़ताल की तो दोनों बालकों ने बार-बार बयान बदला।जिस प्रकार से एक बालक के हाथ में चोट थी वह भी संदेह पैदा कर रही थी। बुधवार को जब दोनों बालकों को बुलाकर कड़ाई के साथ पूछताछ की गई तो घटना की असली वजह निकलकर सामने आई। मृतक ब्लैकमेल करने के साथ ही दोनों से आए दिन रुपये मांगता था। घटना से एक दिन पूर्व पांच हजार रुपये मांगे कि दिल्ली जाना है, नहीं दोगे तो सबको बता दूंगा। इसी के बाद दोनों ने योजना बनाकर शाम को सब्जी काटने वाला चाकू घटनास्थल पर पहुंचाया और अगले दिन सुबह मृतक को साथ ले जाकर आम के बाग के पास चाकू व पत्थर से प्रहार कर हत्या कर दी। बृहस्पतिवार को दोनों बाल अपचारियों को गिरफ्तार कर किशोर न्यायालय में पेश किया गया। जिसके बाद वहां से बाल सुधार गृह आगरा भेजा गया है।