मशीन से बालू निकालकर खोखला कर दिया दो गांव,सांसद बृजभूषण ने कहा – बालू डंपिंग से हमारा कोई नाता नहीं
गोंडा। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के नवाबगंज के कई गांवों में पाइप लाइन बिछाकर अवैध खनन का खेल चलता रहा। बालू के अवैध खनन के लिए हाईटेक मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है। मनकापुर-कटरा रेलवे लाइन के साथ ही चक रसूल और कल्याणपुर गांव का अस्तित्व खतरे में है। दोनों गांवों की कई हेक्टेयर जमीन अंदर ही अंदर खोखली हो चुकी है। दोनों गांवों में भूस्खलन के बादल मंडरा रहे हैं।चक रसूल और कल्याणपुर गांव में बड़े पैमाने पर हुआ बालू खनन का निशान आज भी वहां गवाही दे रहे हैं।
साल 2017 में यहां अवैध खनन पर 212 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया था। खनन कर अधिक से अधिक बालू निकालने के लिए पूरे क्षेत्र में पाइप लाइन बिछा दी गई थी, जिसका खुलासा साल 2014 में हुआ था। मौके पर जेसीबी मशीन, स्टीमर बोट, पाइप लाइन समेत कई उपकरण बरामद हुआ था। इसके बाद पता चला कि जमीन में बालू कहां पर है, इसकी जांच कर अंदर ही अंदर पाइप लाइन बिछाकर पानी की तरह बालू को खींच लिया जाता है। इससे संबंधित स्थल का ऊपरी भाग तो जस का तस रहता है,लेकिन अंदर ही अंदर वो जगह खोखली हो जाती है।
इस तरह बालू के अवैध खनन से चक रसूल और कल्याणपुर गांव खोखला हो गया था। प्रशासन ने बड़े स्तर पर कार्रवाई शुरू की तो गांव के लोगों को राहत मिली।अवैध खनन मामले में कैसरगंज भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप लगने के बाद एनजीटी के आदेश पर शुरू हुई जांच अब आगे बढ़ी है। तरबगंज तहसील प्रशासन शुक्रवार को नवाबगंज के परसापुर में बालू भंडारण की जांच की। मौके पर मिले अवैध खनन की बालू के टीले का दावा करने कोई नहीं पहुंचा। इस पर बालू कब्जे में लेकर नवाबगंज पुलिस को 24 घंटे कड़ी निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी।
नवाबगंज थाना प्रभारी मनोज कुमार राय ने बताया कि बालू भंडारण के दोनों स्थलों पर पुलिस बल तैनात कर दिया है। नवाबगंज में तय सीमा से अधिक बालू भंडारण मिलने से अवैध खनन के संकेत भी मिले हैं। नवाबगंज के साथ ही परसापुर में बड़े पैमाने पर बालू भंडारण मिलने से प्रशासन भी सकते में है। इससे तय है कि बड़े पैमाने पर खनन हुआ है। दत्तनगर में खनन स्थल की भी जांच हुई है। अब तक की जांच में अवैध खनन होने के संकेत मिल रहे हैं। डीएम नेहा शर्मा का कहना है कि एनजीटी के निर्देश पर अवैध खनन मामले की जांच शुरू करा दी गई है।
एनजीटी में पत्र याचिका दायर करने वाले राजाराम सिंह रहस्य बने हुए हैं। राजाराम सिंह का कोई पता नहीं चल रहा है। इससे बृजभूषण सिंह खेमे में खलबली मची हुई है। पत्र में राजाराम सिंह निवासी गुप्तारघाट अयोध्या लिखा हुआ है।वहीं भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह का कहना है कि डंप मिले बालू के ढेर से हमारा दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। बालू के तमाम कारोबारी हैं। ये लोग लाइसेंस लेकर अपनी जमीन में भंडारण करते हैं। सारे आरोप सरासर निराधार हैं, बेबुनियाद हैं।