हमसफर एक्सप्रेस में छेड़खानी के आरोप में रेल कर्मी की पीट-पीट कर की गई हत्या
बरौनी से नई दिल्ली जा रही हमसफर एक्सप्रेस में किशोरी से छेड़खानी करने वाले घरेलू कमी को यात्रियों ने पीर-पीट कर मार डाला। लखनऊ से कानपुर तक उसे पीते हुए ले और कानपुर सेंट्रल पर जीआरपी के हवाले कर दिया। हालत गंभीर देखकर जीआरपी उसे के पीएम हॉस्पिटल लेकर पहुंची जहां डॉक्टरों ने रेल कर्मी को मृत घोषित कर दिया। जीआरपी ने रेल कर्मी के खिलाफ छेड़खानी की एफआईआर दर्ज की और मामले को लखनऊ ट्रांसफर कर दिया। बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला ग्रुप डी रेल कर्मचारी प्रशांत कुमार 34 वर्ष बुधवार को सिवान से नई दिल्ली जाने को बरौनी नई दिल्ली हमसफर स्पेशल में सवार हुआ था। M1 कोच एसी थर्ड इकोनामिक में वह सफर कर रहा था। इसी कोच में एक परिवार भी अपनी 11 साल की बच्ची के साथ यात्रा कर रहा था।
इस दौरान प्रशांत ने बच्ची को अपनी सीट पर बैठा लिया। आरोप है जब रात में बच्ची की मां टॉयलेट गई तो मौका पाकर उसने किशोरी से छेड़खानी की तो वह रोने लगी। तभी आरोपी ने उसे डराया तो वह सहम गई। मां के टॉयलेट से लौटे ही किशोरी रोते हुए उससे लिपट गई। मां ने पूछा क्या हुआ। वह कुछ पता नहीं रही थी। लेकिन, मां ने जब उसे टॉयलेट की तरफ ले जाकर पूछा तो बच्ची ने पूरी बात बता दी। इसके बाद बच्ची की मां ने अपने पति, ससुर को भी घटना बताने के साथ ही कोच के यात्रियों को भी बताई। यह ट्रेन तब तक लखनऊ के ऐशबाग आ चुकी थी।
इसके बाद कोच की आक्रोशी भीड़ ने प्रशांत को थप्पड़ मारते हुए गैलरी में खींच लिया। बच्ची से छेड़खानी की बात और उसकी मां व बच्ची को रोते हुए देखकर यात्री इतना बौखला गए कि प्रशांत को लात घुसो से गैलरी में गिरा गिरा कर पीटा। इतना ही नहीं लखनऊ से कानपुर तक ट्रेन में पीटते हुए लाए।
जीआरपी ने एफआईआर दर्ज कर जांच लखनऊ की ट्रांसफर
परिजनों ने कंट्रोल को सूचना दी। ट्रेन गुरुवार की सुबह 4:30 बजे जैसे ही कानपुर सेंट्रल की प्लेटफार्म नंबर 7 पर आई तो जीआरपी ने प्रशांत को हिरासत में लेकर थाने ले गई। पीछे से किशोरी की मां और परिजन थाने पहुंच गए। इस दौरान आरोपी प्रशांत की तबीयत बिगड़ने पर केपीएम भेजा, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जीआरपी प्रभारी ओम नारायण सिंह ने बताया कि महिला ने अपनी 11 साल की बेटी के साथ छेड़छाड़ करने की शिकायत दर्ज कराई है। मां की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ पोक्सो एक्ट और भारतीय न्याय संहिता के तहत मुकदमा दर्ज करके घटनास्थल लखनऊ के ऐशबाग को ट्रांसफर कर दिया है। वहीं जीआरपी की सूचना पर प्रशांत के चाचा आर सिंह गुरुवार सुबह कानपुर पहुंचे। इसके बाद पंचनामा की कार्रवाई पूरी करके पोस्टमार्टम कराया।
पैदल चलकर थाने गया, अरेस्ट करते ही बिगड़ी तबियत और मौत
बच्ची से छेड़खानी के आरोपी प्रशांत कुमार को जीआरपी ने ट्रेन आने के 5 मिनट बाद ही उतारा। जीआरपी प्रशांत को पैदल ही प्लेटफार्म नंबर 7 से थाने लेकर आई। लिखा पढ़ी और पूछताछ के बाद जैसे ही प्रशांत को गिरफ्तारी की बात पता चली तो उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। पुलिस थाने से दोपहर 12:00 बजे एंबुलेंस से केपीएम अस्पताल ले गई। गुरुवार दोपहर 2:05 पर डॉक्टर सरोजनी सिंह ने मेडिकल किया। शरीर ठंडा पड़ा था तो ECGकिया ।अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे दिन में 3:10 पर मृत्यु घोषित कर दिया।