गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज लाते समय बीच रास्ते में पुलिस ने काफिला रोककर माफिया अतीक अहमद को आखिर गाड़ी से उतारा क्यों
प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है। 26 मार्च को गुजरात से अतीक अहमद को लेकर चली यूपी पुलिस का काफिला लगातार चल रहा है। सोमवार सुबह तड़के मध्य प्रदेश के शिवपुरी से पहले बीच सड़क पर अतीक के काफिले को रोक दिया गया। इस दौरान अतीक जिस पुलिस वैन में बैठा था, उसका दरवाजा खुला। पहले वैन से पुलिसकर्मी उतरने और फिर उनके पीछे अतीक अहमद भी उतरा। अतीक को ला रहे यूपी पुलिस के काफिले पर सभी की नजरें बनी हुई हैं। वजह है कि अतीक अहमद ने खुद ही एनकाउंटर का डर जाहिर किया है। जेल से निकलते ही अतीक अहमद ने कहा था कि मुझे इनका प्रोग्राम मालूम है। ये मुझे मारना चाहते हैं। इसलिए जब सोमवार सुबह अतीक के काफिले को रोकने की खबरें सामने आईं तो सभी चौकन्ने हो गए। काफिले के साथ एबीपी न्यूज की टीम भी चल रही है। हमारे संवाददाता ने बताया कि अतीक अहमद के काफिले को मध्य प्रदेश के शिवपुरी से करीब 30 किलोमीटर पहले रोका गया। काफिला रुकने के बाद पहले पुलिसकर्मी गाड़ी से उतरे। इसके बाद काला कपड़ा और सफेद पगड़ी पहने अतीक अहमद गाड़ी से उतरा।
इस दौरान अतीक ने हाथ भी हिलाया। अतीक अहमद को वॉशरूम जाना था, जिसके लिए काफिले को बीच सड़क पर रोका गया। इस दौरान चारों तरफ पुलिस के जवान तैनात हो गए। गाड़ी से उतरने के बाद अतीक अहमद वॉशरूम के लिए गया। नांदेड़ के बाद पहली बार अतीक के काफिले को रोका गया। इस दौरान मीडियाकर्मियों ने अतीक से बात करने की कोशिश की लेकिन उन्हें ऐसा करने से रोक दिया गया। वॉशरूम के बाद अतीक अहमद फिर वापस गाड़ी में बैठा और काफिला आगे शिवपुरी की तरफ बढ़ गया। शिवपुरी पहुंचने के बाद यूपी पुलिस की टीम अतीक अहमद को लेकर यूपी बॉर्डर की तरफ आगे बढ़ गई। इसके बाद काफिले का अगला पड़ाव झांसी है। शिवपुरी से झांसी के बीच की दूरी 100 किमी है। झांसी पहुंचने के बाद करीब 420 किमी के सफर पर अतीक प्रयागराज के लिए रवाना हो जाएगा। प्रयागराज में मंगलवार को अपहरण के एक मामले में अतीक अहमद को कोर्ट के सामने पेश किया जाना है।