बेख़ौफ़ हुए अपराधी डॉक्टर के निजी गार्ड की दिनदहाड़े गोली मारकर की गई हत्या
मुजफ्फरपुर में बेखौफ अपराधियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिले के अहियापुर इलाके में रविवार की सुबह सुरक्षा गार्ड की गोली मारकर हत्या कर एक बार फिर अपराधियों ने अपना दहशत कायम किया है। बता दें कि तीन दिन पूर्व अहियापुर थाना के चंद कदम की दूरी पर दवा व्यवसायी को गोली मारकर घायल कर दिया गया था। मृतक सुरक्षा गार्ड की पहचान कुढ़नी खरौना इलाके के सुरेश पासवान के रूप में हुई है। सूचना मिलने के बाद अहियापुर थाने की पुलिस व नगर डीएसपी राघव दयाल ने मौके पर पहुंचकर जांच की। छानबीन के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। नगर डीएसपी ने बताया कि घटना का कारण स्पष्ट नहीं है। सभी बिंदुओं पर जांच कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। बताया गया कि अहियापुर संगम घाट के समीप एक डॉक्टर के यहां सुरक्षा गार्ड तैनात था। संपत्ति की देखरेख के लिए डॉक्टर द्वारा निजी कंपनी से उक्त सुरक्षा गार्ड को रखा गया था। रविवार की सुबह करीब दस बजे अज्ञात अपराधियों द्वारा उसे गोली मार दी गई।
गाेली की आवाज पर स्थानीय लाेग दौड़े। तब तक बदमाश भाग निकले। आनन-फानन में गार्ड को इलाज के लिए एसकेएमसीएच लाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में पता चला कि घटना के बाद से एक गार्ड फरार है। उसका मोबाइल भी बंद है। इस कारण घटना में उसकी संलिप्तता की आशंका बढ़ गई है। पुलिस उसके बारे में पता लगा रही है। उल्लेखनीय है कि बिहार में अपराध के बढ़ते ग्राफ को लेकर दो दिन पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आरएस भट्टी यहां पहुंचे थे, जिसमें तिरहुत रेंज के चार जिले वैशाली, सीतामढ़ी, शिवहर व मुजफ्फरपुर की समीक्षा की थी। इसमें अपराध नियंत्रण को लेकर कई बिंदुओं पर निर्देश दिए गए थे। डीजीपी की बैठक में रेंज आइजी, एसएसपी व एसपी शामिल थे। बावजूद थाने स्तर पर अपराध नियंत्रण को लेकर बताए गए निर्देश का कितना अनुपालन हो रहा है। इसका अंदाजा अहियापुर में तीन दिनों के दौरान दूसरी बार गोलीबारी की घटना से ही पता चल रहा है।