सरपंच की हत्या कर खाटू श्याम की शरण में गए थे हत्यारे; 4 आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, इस वजह से खेला था खूनी खेल
मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में बीते दिनों एक सरपंच की दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद इलाके में काफी तनाव का माहौल था। इस पूरे मामले में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस की टीम ने घटना को अंजाम देने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से तीन देसी कट्टा और 20 जिंदा राउंड बरामद किया गया है। पुलिस ने सरपंच की हत्या के चारों आरोपियों को राजस्थान से गिरफ्तार किया है। वहीं इंदौर के पीएफ कमिश्नर मुकेश रावत और एक अन्य नामजद आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। पुलिस ने बताया कि 9 सितंबर को सरपंच विक्रम रावत पर फायरिंग के बाद आरोपी फरार हो गए थे। CCTV फुटेज की जांच से मालूम चला कि आरोपी राजस्थान की ओर भागे हैं। इसके बाद पुलिस ने इनपुट के आधार पर जयपुर और प्रसिद्ध तीर्थ स्थल खाटू श्याम में बदमाशों की तलाश की। होटलों और लॉज में छानबीन कर कई ठिकानों पर पुलिस ने दबिश दी।
सरपंच की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या: बाइक सवार हथियारबंद बदमाशों ने की अंधाधुंध फायरिंग….
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि खाटू श्याम के दरबार में दर्शन कर आरोपी वापस ग्वालियर की तरफ लौट आए। इसके बाद उनकी तलाश में जुटी क्राइम ब्रांच को मुखबिर के जरिए इनपुट मिला कि, सरपंच के हत्यारे ग्वालियर के तिघरा के जंगलों में छिपे हुए हैं। क्राइम ब्रांच की टीम ने जंगल में सर्च अभियान चलाकर बदमाशों को दबोच लिया। और देसी कट्टा और 20 जिंदा राउंड उनके पास से बरामद किये हैं। ग्वालियर में दिनदहाड़े सरपंच की हत्या के मामले में फरार चल रहे चार आरोपियों को पकड़ने में पुलिस को सफलता मिली है। इनमें से दो बदमाशों की गिरफ्तारी पर पुलिस ने पांच-पांच हजार का इनाम घोषित किया था। 9 अक्टूबर की सुबह बन्हेरी गांव के सरपंच विक्रम सिंह रावत की उस वक्त गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई थी । जब वे ग्वालियर के पड़ाव थाना क्षेत्र के गायत्री नगर में वकील के घर मुलाकात के लिए पहुंचे थे। जैसे ही वह कार से उतरे वैसे ही उनका पीछा कर रहे बाइक सवार पांच बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। इस वारदात के बाद मृतक सरपंच के गांव में तनाव फैल गया था।
सरपंच की गोली मारकर हत्या के बाद गांव में तनाव: आक्रोशित परिजनों ने आरोपियों के घरों में लगाई आग, बड़ी संख्या में पुलिस तैनात…
आपसी रंजिश की वजह से की सरपंच की हत्या…
पुलिस गिरफ्तार हुए बदमाशों से पूछताछ में जुटी हुई है। फिलहाल प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा हुआ है कि मृतक सरपंच और हमलावरों के परिवार के बीच पुरानी रंजिश चली आ रही है। इस रंजिश में 2 साल पहले बन्हेरी गांव में पहले भी सरपंच और हमलावरों के परिवार के बीच खूनी संघर्ष हुआ था। इस घटनाक्रम में उस दौरान मृतक सरपंच के चचेरे भाई की हत्या हो गई थी। इस केस में हमलावर परिवार के लोग जेल में हैं। मृतक सरपंच जेल में बंद हमलावरों के परिजनों की जमानत नहीं होने दे रहा था। इस कारण दुश्मनी पाले बैठे गांव के ही दूसरे पक्ष के लोगों ने सरपंच को मौत के घाट उतारने की प्लानिंग कर ली थी।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम…
सरपंच को मौत के घाट उतारने के लिए हमलावर कई दिनों से प्लानिंग कर रहे थे। इसके लिए लगातार सरपंच की रेकी कर रहे थे। उन्हें पता लगा था कि सरपंच रोजाना घर से जिम जाता है। 9 तारीख को भी सरपंच जिम जाने के लिए निकला था। लेकिन उसके भाई के हत्याकांड के मामले में न्यायालय में सुनवाई होनी थी। जेल में बंद हमलावरों की जमानत याचिका पर भी कोर्ट में सुनवाई होनी थी। ऐसे में 9 तारीख की सुबह जिम से सीधे सरपंच अपने वकील के घर पड़ाव थाना क्षेत्र के गायत्री नगर इलाके में पहुंचा और पहले से घात लगाए बैठे बाइक सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर सरपंच को मौत के घाट उतार दिया।बदमाश तब तक फायरिंग करते रहे जब तक सरपंच में कोई हरकत नहीं बची।
ग्वालियर सरपंच हत्याकांड: इंदौर PF कमिश्नर को बनाया आरोपी, SSP ने सभी पर 5-5 हजार का इनाम किया घोषित….
इंदौर पीएफ कमिश्नर मुकेश रावत अब भी फरार…
पुलिस ने इस केस में इंदौर के पीएफ कमिश्नर मुकेश रावत को भी आरोपी बनाया है। उनके ऊपर भी 5000 रुपए का इनाम घोषित किया गया है लेकिन अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि इस केस में अभी कुछ और गिरफ्तारियां होनी है। जल्द ही बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। दूसरी तरफ पुलिस ने मृतक सरपंच के परिजनों पर भी एफआईआर दर्ज की है। सरपंच की हत्या के बाद सरपंच के परिजनों और रिश्तेदारों ने आरोपियों के घरों में आग लगा दी थी और गांव में तोड़फोड़ भी की थी। पुलिस ने इस घटना पर मृतक सरपंच के परिजनों के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज कर उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की है हालांकि अभी सनसनी खेज सरपंच हत्याकांड में अभी कुछ और गिरफ्तारियां होनी है। और हत्याकांड से जुड़े कई राज खुलने बाकी हैं।
क्या है पूरा मामला…
09 अक्टूबर को बनहेरी के सरपंच विक्रम रावत की नकाबपोश हमलावरों ने दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। पड़ाव थाना क्षेत्र के गायत्री नगर में वारदात हुई थी। इसके बाद मृतक सरपंच के परिजनों ने घरों में आगजनी कर दी थी।