मध्य प्रदेश से अखिलेश यादव ने दिया 2024 का संकेत, तस्वीर में दिखा सियासी समीकरण
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। वहीं मध्य प्रदेश से उन्होंने साल 2024 के चुनाव के लिए बड़ा संकेत भी दिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बाबा साहेब की जन्मस्थली महू पहुंचे और यहां पर उनके साथ राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत चौधरी और आजाद समाज पार्टी (आसपा) अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद भी इनके साथ मौजूद रहे। तीनों नेताओं ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान तीनों नेताओं का एक साथ होना लोकसभा चुनाव 2024 का खास संकेत है। क्योंकि अखिलेश के इन पुराने साथियों की यूपी में अच्छी खासी वोट बैंक हैं, जहां जयंत चौधरी के लिए पश्चिमी यूपी में जाट वोट बैंक है। वहीं चंद्रशेखर आजाद को भी अनसूचित जाति का खास सपोर्ट मिलता है, यूपी में अनसूचित जाति का वोट मयावाती के बाद चंद्रशेखर आजाद का ही माना जाता है।
वहीं अखिलेश का वोट बैंक के लिए एमवाई समीकरण है, मतलब साफ है कि अखिलेश को यादव और मुस्लिम वोट बैंक मिलता है। हाल ही में खतौली उपचुनाव में भी अखिलेश के साथ ही जयंत चौधरी और चंद्रशेखर आजाद साथ थे, इस सीट पर सपा गठबंधन की जीत हुई थी। खतौली उपचुनवाव में सपा गठबंधन के प्रत्याशी मदन भैया ने बीजेपी को हराकर जीत दर्ज की थी। अब एक बार फिर से इन तीनों नेताओं के एक साथ होने की इस तस्वीर से साफ है कि लोकसभा चुनाव में तीनों नेता गठबंधन कर सकते हैं। मध्य प्रदेश पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा कि “बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने हमें संविधान दिया और आज उस संविधान के ऊपर खतरे मंडरा रहे हैं। एक-एक करके संस्थाओं को खत्म किया जा रहा है, संविधान को खत्म करने के लिए सरकारें काम कर रही है।