साइबर अपराध को रोकने के लिए हर जिले में खुलेगा साइबर थाना, डीजीपी ने दिए ये निर्देश
देहरादून। बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए प्रदेश के हर जिले में साइबर थाना खोला जाएगा। इसको लेकर पुलिस मुख्यालय की ओर से शासन को प्रस्ताव भेजे जाने का निर्णय लिया गया है। सरदार पटेल भवन स्थित सभागार में अपराध, कार्मिक, बजट आपरेशन प्रहार, आपरेशन स्माइल और आपरेशन मुक्ति की समीक्षा करते हुए यह जानकारी पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने दी। बीते दिनों ‘दैनिक जागरण’ ने प्रदेश में साइबर अपराध को लेकर विशेष अभियान भी चलाया था।
देश में सबसे बड़ा उभरता अपराध है साइबर क्राइम….
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि वर्तमान में साइबर अपराध देश में सबसे बड़ा उभरता हुआ अपराध है। सभी जनपद प्रभारी इसे प्राथमिकता पर लें। इसकी गंभीरता को देखते हुए साइबर शिकायतों की नियमित निगरानी और अंतरराज्यीय समन्वय के लिए प्रयोगात्मक तौर पर पुलिस महानिरीक्षक पुलिस आधुनिकीकरण नीलेश आनंद भरणे को नियमित रूप से इसकी समीक्षा करने के निर्देश जारी किए हैं।
अपराध मुक्त प्रदेश के लिए प्रतिबंध है उत्तराखंड पुलिस….
उन्होंने 49वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस और प्रधानमंत्री व गृह मंत्री के भ्रमण को सकुशल संपन्न कराने के लिए सभी अधिकारियों को बधाई दी। कहा कि इस वर्ष जनवरी से सितंबर तक अपराध नियंत्रण और अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही में काफी अच्छा काम हुआ है। प्रदेश को अपराध एवं अपराधी मुक्त बनाने के लिए उत्तराखंड पुलिस प्रतिबद्ध है। हत्या, लूट, डकैती, चेन स्नेचिंग, आदि अपराधों के अनावरण एवं बरामदगी का प्रतिशत काफी अच्छा है। डकैती एवं वाहन लूट के मुकदमों के शत प्रतिशत अनावरण और बरामदगी, लूट में 94 प्रतिशत अनावरण व 96 प्रतिशत बरामदगी करने के लिए सभी जनपद प्रभारियों को बधाई दी। साथ ही जिन जनपदों में प्रतिशत कम है, वहां प्रोफेशनली पुलिसिंग से प्रतिशत बढ़ाने को कहा है।
ये लोग रहे मौजूद…
अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था इसकी मासिक समीक्षा करें। अच्छा कार्य करने वाले जनपद प्रभारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर इस अवसर पर एडीजी पीवीके प्रसाद, अभिनव कुमार, वी मुरूगेशन, एपी अंशुमान, आइजी विम्मी सचदेवा, नीरू गर्ग, कृष्ण कुमार वीके, नीलेश आनंद भरणे, करन सिंह नगन्याल सहित सभी जिलों के एसएसपी व एसपी मौजूद रहे।
यह भी दिए दिशा-निर्देश…
- आपरेशन प्रहार के अंतर्गत कुछ जनपदों ने काफी अच्छा कार्य किया है। हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल, उत्तरकाशी, चंपावत व पिथौरागढ़ की कार्यवाही प्रशंसनीय है। शेष जनपद भी अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे इस विशेष अभियान में कार्यवाही बढ़ाएं।
- उत्तराखंड पुलिस एप स्मार्ट पुलिसिंग की ओर एक बड़ा कदम है। आमजन को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य यह एप बनाया गया है। सभी जनपद प्रभारी इस एप का व्यापक प्रचार-प्रसार करें। वाहन चोरी और गुमशुदा वस्तुओं के संबंध में आनलाइन ई-एफआइआर दर्ज करें।
- दोनों परिक्षेत्र प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि अपने-अपने परिक्षेत्र में एक से तीन वर्ष तक की लंबित पड़ी विवेचनाओं को स्वयं मानिटर करें। एडीजी अपराध एवं कानून व्यवस्था इसकी समीक्षा करें।
- ट्रैफिक चालान संबंधी शिकायतों पर डीजीपी ने सख्त हिदायत दिए हैं कि आधिकारिक बैंक खाते में ही आनलाइन चालान की धनराशि जमा कराएं।
- इंटरनेट मीडिया पर राष्ट्र विरोधी, सांप्रदायिक और फेक न्यूज प्रसारित करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए।
- दुष्कर्म, पोक्सो एक्ट एवं एससी-एसटी एक्ट से संबंधित मुकदमों का दो माह के भीतर निस्तारण करें।
- गैर जमानती वारंट के तामील में नाराजगी जताते हुए तामील का प्रतिशत बढ़ाने के निर्देश दिए।