दिल्ली की कानून व्यवस्था पर गृह मंत्री अमित शाह की दो-टूक, कोई कोताही नहीं होगी बर्दाश्त
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था की समीक्षा के लिए दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। अधिकारियों ने बताया कि शाह ने दिल्ली के हर निवासी को सुरक्षित महसूस कराने के महत्व को रेखांकित किया और इस बात पर जोर दिया कि शहर की सुरक्षा में जनता का विश्वास सुनिश्चित करना हर पुलिस अधिकारी की व्यक्तिगत जिम्मेदारी है।
अधिकारियों के अनुसार उन्होंने शहर की कानून व्यवस्था की समीक्षा के लिए बैठक की। बैठक में गृह सचिव, खुफिया ब्यूरो के निदेशक, दिल्ली पुलिस आयुक्त और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। गृह मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि बच्चों, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा दिल्ली पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता बनी रहनी चाहिए।
बैठक के दौरान गृह मंत्री ने अपराध के प्रति सरकार की “शून्य सहनशीलता” नीति पर जोर दिया और कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था बनाए रखने में कोई चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शाह ने पुलिस को सार्वजनिक सुरक्षा से जुड़े प्रमुख क्षेत्रों को लक्षित करते हुए विशेष कार्ययोजनाएं बनाने और केंद्रित अभियान शुरू करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस बल को नागरिकों में सुरक्षा की भावना पैदा करने के साथ-साथ अपराधियों में डर पैदा करने के लिए काम करना चाहिए।
बता दें कि दिल्ली में अपराध बेलगाम हो गया है। आए दिन हत्या, हत्या के प्रयास, चोरी और दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। कानून व्यवस्था की समीक्षा के लिए गृह मंत्रालय में बुलाई गई थी। बैठक में पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा और छह पुलिस अधिकारी पहुंचे। पिछले महीने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा देश की सबसे बड़ी ड्रग्स की खेप पकड़े जाने के बाद गृह मंत्री का यह दौरा पहले 16 अक्टूबर को निर्धारित था, लेकिन हरियाणा चुनाव के चलते उनका कार्यक्रम अंतिम समय में स्थगित हो गया था। अब नए आपराधिक कानून लागू होने के बाद यह उनका पुलिस मुख्यालय का पहला दौरा है।
अपराध से दहशत में दिल्लीवासी…
दिल्ली में बीते कुछ महीनों में अपराधिक घटनाएं बढ़ी हैं. इस पर राजनीतिक विश्लेषक जगदीश ममगाई ने गृह मंत्री अमित शाह को टैग करते हुए एक्स पर लिखा है कि शुक्र है चुनाव निपट गए और आज अमित शाह दिल्ली की कानून-व्यवस्था की समीक्षा कर रहे हैं। देश की राजधानी दिल्ली में जहां भारत के शीर्षस्थ नेता, नौकरशाह, राजदूत आदि लोग रहते हों वहां हाल ही में व्यापारियों से रंगदारी मांगना और डराने के लिए गोलीबारी, स्कूलों को बम की धमकी और विस्फोट की घटनाएं हुई है। अपराधी बेखौफ हैं, जिससे दिल्लीवासी दहशत में हैं।
राजनीतिक विश्लेषक ने गृह मंत्री से की अपील…
राजनीतिक विश्लेषक जगदीश ममगाई ने कहा कि दिल्ली की कानून-व्यवस्था केन्द्र सरकार के पास है, दबंग अमित शाह देश के गृहमंत्री हो और उनके ही आवासीय प्रदेश में अपराधी बेखौफ गुण्डागर्दी करें, यह चिंताजनक है। दिल्ली, गुजरात में ड्रग्स की बड़ी खेप पकड़ने पर निश्चित रुप से दिल्ली पुलिस प्रशंसा की हकदार है। वहीं पुलिसकर्मियों के भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आए हैं साथ ही अपराध पर अंकुश लगाने में पुलिस नाकाम रही है। केन्द्र सरकार ने कानून-व्यवस्था की निगरानी के लिए जिनको उपराज्यपाल नियुक्त किया वह सक्षम साबित नहीं हुए हैं। अमित शाह को ही दिल्लीवासियों में व्याप्त दहशत को खत्म कर कानून-व्यवस्था व केन्द्र सरकार के प्रति सम्मान अर्जित करना होगा।
दिल्ली पुलिस के आयुक्त और विशेष आयुक्त रैंक के अधिकारी बैठक में शामिल…
गृह मंत्री की बैठक में दिल्ली पुलिस के आयुक्त के अलावा केवल विशेष आयुक्त रैंक के अधिकारी ही शामिल होंगे। सूत्रों के अनुसार, इस दौरान गृह मंत्री दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल द्वारा अक्टूबर के पहले हफ्ते में पकड़ी गई 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की कोकीन और थाइलैंड का गांजा जब्त करने के अभियान में शामिल टीम से मिलेंगे। स्पेशल सेल ने इस कार्रवाई में एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट के 12 अपराधियों को गिरफ्तार किया था।
गृह मंत्री का यह दौरा 30 अगस्त 2022 के बाद हो रहा है। जब उन्होंने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए थे। इस बार वे यह भी जानना चाहेंगे कि उन सुझावों पर कितनी प्रगति हुई है। दिल्ली पुलिस में कर्मियों की भारी कमी का मुद्दा भी चर्चा में रहेगा। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में पुलिसकर्मियों की भर्ती की गई है, लेकिन यह संख्या पर्याप्त नहीं है। इस पर गृह मंत्री पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा से भी विस्तृत चर्चा करेंगे और दिल्ली पुलिस की मैनपावर स्थिति तथा तकनीकी संसाधनों के उपयोग पर विचार करेंगे।