स्टेशन पर निर्माणाधीन लिंटर गिरा: 46 मजदूर मलबे में दबे, 23 मजदूरों को निकाला गया, तीन की हालत नाजुक
कन्नौज जिले में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन का लिंटर भरभरा कर गिर गया। इसमें 46 मजदूर मलबे के नीचे दब गए। जिसमें से 23 मजदूरों को निकाला जा चुका है। 20 मजदूरों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि तीन मजदूरों को गंभीर हालत में पीजीआई लखनऊ रेफर किया गया है। भी कुछ मजदूर और दबे होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। मौके पर पहुंचा पुलिस और प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य में जुटा हुआ है।
घटना की सूचना पर मंत्री असीम अरुण भी मौके पर पहुंचे हैं। उन्होंने अधिकारियों को घायलों क उपचार व बचाव कार्य के लिए निर्देशित किया है। इसके अलावा, 12 एम्बुलेंस भी पहुंच गई हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। नगर पालिका के 50 कर्मचारी बचाव कार्य में जुटे हैं। कानपुर से डीआईजी भी पहुंचे। एनडीआरएफ की टीम घटना स्थल पर पहुंच चुकी है।
समाजवादी पार्टी ने लगाया आरोप
एक्स पर पोस्ट करते हुए समाजवादी पार्टी ने लिखा कि भाजपा सरकार और तत्कालीन कन्नौज सांसद सुब्रत पाठक ने दावा किया था कि कन्नौज का रेलवे स्टेशन अत्याधुनिक और करोड़ों की लागत से बनेगा। कुछ दिन पहले मंडल रेल प्रबंधक ने भी औचक निरीक्षण किया था। आज रेलवे स्टेशन की बिल्डिंग का ढह गई जिसमें सैंकड़ों लोगों के दबे होने और कई के मरने की सूचना है।
सूचना है कि ये ठेका तत्कालीन सांसद सुब्रत पाठक के साझे में है और इस ठेके के भ्रष्टाचार में विधायक/मंत्री असीम अरुण और अन्य कन्नौज के भाजपा नेता भी शामिल हैं। ठेकेदारों पर दबाव बनाकर खराब गुणवत्ता का काम करवाया जा रहा है, भाजपाइयों द्वारा अधिक से अधिक कमीशन खींचने का खेल चल रहा है, असीम अरुण बताएं कि पहले ऑन ड्यूटी रहते हाईटेक कैमरे और हाईटेक पुलिस के नाम पर कमीशन खाया और अब सुब्रत पाठक के साथ साझेदारी में इस काम में कमीशन खा रहे थे जिससे काम की गुणवत्ता प्रभावित हुई और ये दुर्घटना घटी। भाजपा सरकार में हर लिंटर, पुल, बिल्डिंग इसीलिए गिर रहा है क्योंकि उच्च स्तर से लेकर निम्न स्तर तक कमीशन/दलाली का पैसा भाजपाइयों की जेब में गिर रहा है।
घटना की जांच को उच्चस्तरीय कमेटी का गठन
कन्नौज रेलवे स्टेशन पर हुई घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया है। जांच टीम में मुख्य इंजीनियर/प्लानिंग एवं डिजाइन, अपर मंडल रेल प्रबंधक/इज्जतनगर एवं मुख्य सुरक्षा आयुक्त/रेलवे सुरक्षा बल शामिल होंगे।