लोकसभा चुनाव-2024: जो 4 लाख का जादुई आकड़ा पार करेगा, वही बनेगा प्रतापगढ़ का सांसद
साल- 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी संगम लाल गुप्ता को 4, लाख, 36 हजार, 291 वोट मिले थे, वहीं बीएसपी के अशोक कुमार त्रिपाठी 3 लाख, 18 हजार, 539 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे और कांग्रेस की राजकुमारी रत्ना सिंह महज- 77,096 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रही थी। कांग्रेस के भी मत बसपा और सपा के साथ मिला दें तब भी 3 लाख, 95 हजार, 635 मत ही हो रहे हैं। यानि भाजपा फिर भी चुनाव जीत जा रही है।
प्रतापगढ़ लोकसभा सीट पर 26 उम्मीदवारों की लम्बी फ़ौज चुनावी मैदान में उतर चुकी है
साल- 2014 में भाजपा व अपना दल के कुंवर हरिवंश सिंह को 3 लाख, 75 हजार, 789 वोट मिले थे। वहीं बसपा के आसिफ़ निज़ामुद्दीन सिद्दीकी को 2 लाख, 07 हजार, 567 वोट मिले थे। कांग्रेस की तत्कालीन सांसद कांग्रेस राजकुमारी रत्ना सिंह- 1 लाख, 38 हजार, 620 मत मिले थे। सपा की बात करें तो प्रमोद कुमार सिंह पटेल उर्फ “हबीब भाई” को 1 लाख, 20 हज्जार, 107 वोट मिले थे। बसपा और सपा सहित अपना दल के उम्मीदवार बाहरी थे और राजकुमारी रत्ना सिंह ही स्थानीय थी, फिर भी चुनाव हार गई।
आकड़ों की गुणा गणित में उलझ चुके हैं, सपा, बसपा और भाजपा के उम्मीदवार
कांग्रेस व बसपा और सपा के वोट मिला दें तब भी 4 लाख, 66हजार, 294 मत हो रहे हैं। यानि साल- 2014 में तीनों दलों के बराबर भाजपा को मत नहीं मिलोए थे, यानि साल-2014 में भाजपा और अपना दल के उम्मीदवार चुनाव हार जाते। साल- 2024 में कांग्रेस और सपा का गठबंधन है और उसका उम्मीदवार बाहरी है। वहीं भाजपा के उम्मीदवार सांसद प्रतापगढ़ संगम लाल गुप्ता और बसपा के प्रत्याशी प्रथमेश मिश्र स्थानीय हैं। प्रतापगढ़ का चुनाव नामांकन तक तो भाजपा और सपा में आमने व सामने था, परन्तु अब बसपा उम्मीदवार अपने कैडर मत के साथ क्षेत्र में स्थानीय और युवा होने की दुहाई देते हुए इस चुनाव को त्रिकोणीय बनाने के लिए प्रयासरत हैं।
साल-2019 के चुनाव में संगम लाल गुप्ता 4 लाख का आकड़ा किया था, पार
फिलहाल जो 4 लाख का आकड़ा पार करेगा, वही प्रतापगढ़ का सांसद बनेगा। 3 लाख पाने वाला दो नम्बर पर और 2 लाख पाने वाला तीन नम्बर पर रहेगा। क्योंकि साल-2014 में 8 लाख, 94 हजार, 456 मतदाताओं ने मतदान कर सांसद चुना था और साल- 2019 में 9 लाख, 15 हजार, 259 मतदान हुआ था। इस बार 10 लाख तक वोटिंग होने की संभावना है। क्योंकि मतदाता इस बार 18 लाख पार हैं और वोटिंग 55 से 60 प्रतिशत होती है तो 10 लाख तक मतदान होने का अनुमान है।
बसपा उम्मीदवार प्रथमेश मिश्र लोकसभा चुनाव-2024 को त्रिकोणीय लड़ाई करने में लगा रहे हैं, पूरी ताकत
अब देखना होगा कि प्रतापगढ़ लोकसभा चुनाव-2024 में प्रतापगढ़ की मतदाता बाहरी उम्मीदवार जो पटेल जाति के नाम पर चुनाव जीतना चाहता है, उसे चुनाव जिताती है अथवा अपने वर्तमान सांसद संगम लाल गुप्ता को फिर से सांसद निर्वाचित करती है या बसपा के युवा उम्मीदवार सेनानी परिवार के प्रथमेश मिश्र को सांसद बनानी है ? फिलहाल यह तो 4 जून को ही तय होगा, परन्तु राजनैतिक दल और उसका उम्मीदवार अपने स्तर से कोई कोर कसक नहीं छोड़ना चाहता है। वैसे इस बार सबसे अधिक उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। कुल 26 उम्मीदवार चुनावी रण में एक दूसरे से लड़ रहे हैं।