भीम संसद में उमड़ी भीड़ से नीतीश कुमार गदगद, बोले- केंद्र सरकार देख ले यह हुजूम, सब आ जाएगा समझ
पटना: बिहार में आरक्षण का दायरा बढ़ने और नीतीश कुमार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के खिलाफ दिए बयान के बाद बिहार में राजनीतिक हलचल तेज हो गयी थी. एनडीए के नेता देशभर में मांझी के बहाने नीतीश कुमार पर दलित विरोधी होने का आरोप लगा निशाना साध रहे थे. ऐसे में जदयू ने भीम संसद का आयोजन कर ना सिर्फ दलितों को मैसेज देने की कोशिश की बल्कि अपने सहयोगियों के साथ-साथ विरोधियों को भी साफ-साफ बता दिया है कि आज भी नीतीश कुमार ही दलितों के सबसे बड़े नेता हैं और वही दलित समाज के लिए आगे भी बेहतर कदम उठाएंगे. दरअसल रविवार को जेडीयू ने भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी के नेतृत्व में पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में भीम संसद का आयोजन किया गया. यह भीम संसद जदयू के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा था. ऐसे में अशोक चौधरी समेत पूरी पार्टी ने इसको सफल बनाने के लिए पूरी ताकत लगा दी थी. इस कार्यक्रम में पहुंची भीड़ को देखकर पार्टी नेताओं के साथ-साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी काफी उत्साहित दिखे. सीएम नीतीश कुमार ने तो यहां तक कह दिया कि ऐसी भीड़ की उम्मीद नहीं थी. आज मैदान छोटा पड़ गया आगे ऐसी रैली गांधी मैदान में होनी चाहिए. लेकिन, कोई बात नहीं इस भीड़ को जरा केंद्र सरकार को भी देख लेना चाहिए ताकि वो समझ सके कि सिर्फ प्रचार करने से कुछ नहीं होता है. नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने समाज के हर तबके के लिए काम किया है. दलित समाज के लिए उन्होंने वो सारे काम किए जिससे इस समाज के लोग धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे हैं. नीतीश कुमार ने कहा कि वह आगे भी कई काम करेंगे जिससे यह समाज मुख्य धारा में शामिल होकर और आगे बढ़ेगा.
नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने आरक्षण का दायरा इसीलिए बढ़ाया ताकि इसका फायदा समाज के उन लोगों को मिल सके जो विकास से वंचित रह गए हैं, जो भी गरीब हैं, उन्हें विकास के लिए दो लाख रुपया भी देंगे. अगर केंद्र सरकार मदद करती है तो 2 साल में दे देंगे नहीं तो पांच साल में हम अपनी तरफ से ही मदद करेंगे. इसीलिए तो विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रहे हैं. वहीं भीम संसद को आयोजित करने में मुख्य भूमिका निभाने वाले मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि बाबा साहब की राह पर चलने वाला अगर देश में कोई नेता है जो समाज के सबसे पिछड़े तबके के लिए निस्वार्थ काम कर रहा है तो वो नीतीश कुमार हैं. उन्होंने दलितों के विकास के लिए कई काम किया, उनके लिए आरक्षण का दायरा भी बढ़ाया है. इस दौरान मंत्री रत्नेश सदा ने कहा कि आज देश को नीतीश कुमार की जरूरत है क्योंकि देश आज नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री के तौर पर देखना चाहती है और उन्होंने मंच से ही नारा लगाना शुरू कर दिया कि देश का पीएम कैसा हो नीतीश कुमार जैसा हो जिसे सुन नीतीश कुमार मुस्कुराने लगे. वहीं इस मौके पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि बिहार में जब जातिगत गणना हो रही थी तो उसे रुकवाने के लिए केंद्र सरकार ने हर हथकंडे अपनाए. लेकिन, नीतीश जी ने उनके मंसूबे पर पानी फेर दिया है. आगे भी नीतीश कुमार केंद्र की सरकार को ऐसा झटका देंगे जिससे केंद्र की सरकार संभल नहीं पाएगी.