कुख्यात अपराधी जटहा सिंह की गोली मारकर की गई हत्या, शव को बधार में फेंका, सफेद रंग की एक्सयूवी कार हुई बरामद
पटना पुलिस की नींद उड़ा देने वाला कुख्यात शत्रुघ्न कुमार उर्फ जटहा सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। अपराधियों ने जटहा सिंह की हत्या कर शव को बधार में फेंक दिया है। घटनास्थल से पुलिस पहुंच चुकी है। और पुलिस ने घटना स्थल से XUV कार बरामद किया है। नौबतपुर के शनिवार की देर रात अज्ञात बदमाशों ने कुख्यात अपराधकर्मी शत्रुध उर्फ जटा सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने घटनास्थल से एक सफेद रंग की एसयूवी कार बरामद की है। कार के अंदर काफी मात्रा में खून बिखरा पड़ा था। पटना जिले का कुख्यात अपराधी जटहा सिंह की बीते देर रात्रि नौबतपुर थानाक्षेत्र चेसी गांव में गोली मार कर हत्या कर दी। घटना की जानकारी मिलने के बाद नौबतपुर थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार भारद्वाज मौके वारदात पहुंचकर मृतक के शव को कब्जे में लेने के प्रयास में जुटे हुए है घटना से कुछ ही दूरी पर से पुलिस ने एक एसयूवी कार को भी बरामद किया है जिसके अंदर काफी खून लगा हुआ है। बता दे की मृतक जट्टा सिंह के ऊपर पटना जिले के नौबतपुर के अलावा अन्य कई थानों में कई आपराधिक मामले दर्ज थे। हालांकि हत्या के पीछे के कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है संभावना जताई जा रही है।
बता दे की जटहा सुपारी लेकर लोगों की हत्या करता था। नौबतपुर बाज़ार के कारोबारियों में जटहा का भय व्याप्त था। हाल ही में एक होटल में खाने के दौरान गोलीबारी कर दिया था। इन दिनों ज़मीन कारोबारियों से रंगदारी वसूली करता था और जो नही देते थे उसका विरोध करता था। ऐसा तो नहीं कहीं ज़मीन माफिया ने कुख्यात अपराधी जटहा को सेट कर दिया। पुरा मामला पुलिस जांच में स्पष्ट होगा। अभी तक परिजनों कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। बीते रात्रि नौबतपुर के चेसी गांव में किसी के जन्मदिन पार्टी के लिए जटहा को घर से बुलाया गया था और उसकी हत्या कर उसके शव को उसके गांव शेखपुरा में अपराधियों ने फेंक दिय़ा और फरार हो गाए। पुलिस मौके पर पहुंची हुई है और शव को कब्जे में लेने की प्रयास कर रही है लेकिन भारी संख्या में लोगों की भीड़ भी इकट्ठा हो गई है। बता दें कुख्यात मुचकुंद के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद जटहा ने इलाके में अपना पैर पसरना शुरू कर दिया। मुचकुंद के मारे जाने के बाद जटहा ने गिरोह को एक्टिव करना शुरू किया। इलाके में अपना दबदबा बनाने के लिए जटहा ने एक कंस्ट्रक्शन कंपनी से रंगदारी की मांग की, नौबतपुर में कोचिंग संचालक पर फिरौती के लिए फायरिंग जैसे वारदातों को अंजाम देकर जटहा खुद की इलाके में माफिया वाली पहचान बनाने में जुट गया।
सूत्रों की माने तो जटहा पटना इलाके में वारदात को अंजाम देने के बाद आरा में जाकर छिप जाता था. बताने वाले तो यहां तक बताते हैं कि जटहा ने आरा को अपना बेस कैंप बना लिया था और वो वहीं से अपने गिरोह को कंट्रोल करता था। जटहा के गिरफ्तारी के बाद पुलिस आरा में भी छापेमारी कर रही है. कुख्यात रणजीत चौधरी और मुचकुंद के गिरोह से जटहा की अदावत पुरानी है। कुख्यात रंजीत चौधरी के जेल जाने के बाद पूरे गिरोह के कमान मुचकुंद ने संभाल ली और अपराध की दुनिया में तेजी से आगे बढ़ते हुए वो 50 हजार का इनामी बदमाश भी बन गया। मुचकुंद का इलाके में दबदबा बढ़ता जा रहा था इस बीच जटहा अपने गिरोह को नए सिरे खड़ा करने में जुटा था, क्योंकि जटहा जनता था कि कुख्यात रंजीत चौधरी से सीधे टक्कर नहीं लिया जा सकता, लेकिन इस बार वक्त ने जटहा की ओर करवट ली, रंजीत चौधरी जेल चला गया और कुख्यात मुचकुंद मुठभेड़ में मारा गया। जटहा के लिए यह मौका सबसे सटीक था खुद को इलाके का डॉन साबित करने के लिए। रंजीत चौधरी का शार्प शूटर प्रकाश चौधरी और नीरज नेपाली जटहा के गिरोह में शामिल हो गए। जटहा को इससे काफी बल मिला और जटहा ने ताबड़तोड़ वारदात को अंजाम देना शुरू कर दिया। पुलिस के लिए सिर दर्द बना जटहा को पुलिस किसी भी हाल में गिरफ्तार कर लेना चाहती थी।