हत्या के बाद आठ माह से पटना से फरार शूटर मुंबई से हुआ गिरफ्तार, जांच के लिए बिहार ले गई पुलिस
मुंबई,। पटना में प्रापर्टी डीलर की हत्या कर आठ माह से फरार और छपरा गैंग से जुड़े शूटर नवीन कुमार प्रियकुमार रंजन को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बिहार के दानापुर गांव का रहने वाला रंजन हत्या के बाद मुंबई आकर छिप गया था। तीन सितंबर रविवार को बिहार की परसा बाजार पुलिस ने नवीन रंजन को हिरासत में ले लिया और हत्याकांड की आगे की जांच के लिए बिहार ले गई।
जमीन विवाद को लेकर कर दी थी हत्या…
पटना के प्रापर्टी डीलर प्रेम पासवान की गत चार जनवरी को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जांच में सामने आया था कि उसका हबीबपुर इलाके में 1.5 बीघा जमीन का विवाद चल रहा था। पासवान की हत्या में पटना की परसा बाजार पुलिस पासवान के मुख्य संदिग्ध व व्यापारिक साझीदार दिलीप यादव समेत 10 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
रंजन ने पासवान की हत्या में शामिल होने की बात कबूली…
पुलिस सूत्रों की मानें तो पासवान की हत्या में शामिल शूटर नवीन रंजन गत दस दिन से मुंबई में साकीनाका क्षेत्र स्थित ब्लासम छात्रावास में ठहरा हुआ था। कुछ दिन पहले साकीनाका क्षेत्र में एक व्यक्ति से बातचीत में रंजन ने खुद को बिहार का शूटर और पासवान की हत्या में शामिल बताया। जानकारी पर साकीनाका पुलिस ने रंजन को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में रंजन ने पासवान की हत्या में शामिल होने की बात कबूल की।
पूछताछ में कई बातें आईं सामने…
पूछताछ में उसने बताया कि प्रेम पासवान ने अनुज वर्मा से विवादास्पद जमीन खरीदी थी। यह जमीन अनुज ने जमीन मालिक मंजू देवी की सहायता से अपने चचेरे भाई विकास से खरीदी थी। मंजू देवी का भुगतान को लेकर प्रेम पासवान से विवाद चल रहा था। गत चार जनवरी को प्रेम पासवान को उसके साझीदार दिलीप यादव ने प्रापर्टी डील का लालच दिया। पासवान अपने साथी लल्लन सुपारी के साथ बाइक से जा रहा था और उन पर गैंग ने हमला कर गोलियां बरसा दीं। हमले में पासवान की मौके पर ही मौत हो गई और लल्लन सुपारी के पैर में चोट आई थी। हत्या की साजिश में मुख्य संदिग्धों में विकास, अनुज वर्मा, वर्मा का बेटा साहिल और दिलीप यादव शामिल थे। वहीं पुलिस ने हत्या को अंजाम देने में शामिल गोलू कुमार, देव कुमार, अंकित कुमार, अनुप कुमार और प्राइस कुमार को गिरफ्तार किया था।