रांची। झारखंड पुलिस ने पिछले कुछ सालों में नक्सलियों खिलाफ कई बड़ी कामयाबी हासिल की है, मगर अपराधियों के खिलाफ कोई खास कामयाबी नहीं मिली है। झारखंड में दर्जनभर गैंग हैं,जो लोगों और कारोबारियों का जीना हराम कर रखा है। यह गैंग रंगदारी, लेवी के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं। इसका विपरीत असर पड़ रहा है।इनके निशाने पर केवल कारोबारी ही नहीं,अब तो पुलिस के अधिकारी भी हैं। कारोबारी तो झारखंड में रहने से डरने लगे हैं।
हाल ही में रामगढ़ में कुख्यात अमन साव गैंग से मुठभेड़ में एटीएस के डीएसपी नीरज कुमार और रजरप्पा थाने के दारोगा सोनू घायल हो गए थे। रांची में कोयले के कारोबारी रंजीत गुप्ता को रंगदारी न देने पर अपराधियों ने गोली मार दी थी। वहीं, सुखदेवनगर में एक जमीन कारोबारी को अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। आए दिन हो रही घटनाओं ने झारखंड की पुलिस व्यवस्था पर प्रश्न चिह्न खड़ा कर दिया है। पुलिस के अधिकारी आल इज वेल का दावा कर रहे हैं। कारोबारी पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं।
झारखंड में इन कुख्यात गैंग का आतंक
झारखंड में इन दिनों सबसे अधिक आतंक दुमका जेल में बंद अमन साव और उसके गैंग के लोगों का है। यह कानून व्यवस्था के लिए जबरदस्त सिरदर्द बन गया है। इसी तरह पांडेय गैंग, अमन सिंह गैंग, प्रिंस खान गैंग, अमन श्रीवास्तव गैंग,सुजीत सिन्हा गैंग अभी भी झारखंड में एक्टिव है। इन गैंग के ज्यादातर सरगना गिरफ्तार होने के बाद विभिन्न जेलों में बंद हैं,लेकिन इनके गुर्गो ने आतंक मचा रखा है।
पुलिस के लिए सिरदर्द बनी अमन साव गैग
कुख्यात गैंगस्टर अमन साव की गैंग पुलिस के लिए जबरदस्त सिरदर्द बनी हुई है। अमन साव दुमका जेल में बंद तो है,लेकिन उसके गुर्गे झारखंड में एक्टिव हैं।अमन साव के गुर्गे वर्चुअल काल के जरिए रंगदारी मांग रहे हैं। रंगदारी न देने पर गोली भी चला रहे हैं। अरगोड़ा थाना क्षेत्र में सात जुलाई को रंगदारी न देने पर अमन साव के गुर्गो ने कोयला कारोबारी रंजीत गुप्ता को गोली मार दी थी। रंजीत गुप्ता जख्मी हो गए थे। इतना ही नहीं अमन साव का गुर्गा मयंक सिंह के नाम से भी वर्चुअल काल के जरिए रंगदारी की मांग की जा रही है और जान मारने की धमकी दी जा रही है।पुलिस की जांच में मयंक सिंह एक छद्म नाम के रूप में सामने आया है। पुलिस ने इस गैंग के कई कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा भी है, लेकिन जेल से बाहर अब भी दर्जनों गुर्गे एक्टिव हैं।
प्रिंस खान संयुक्त अरब अमीरात से मांग रहा रंगदारी
धनबाद का कुख्यात गैंगस्टर प्रिंस खान संयुक्त अरब अमीरात से काल करके रंगदारी मांग रहा है। पुलिस की जांच में प्रिंस खान की लोकेशन मिली,इसके बाद से उसके विरुद्ध रेड कार्नर नोटिस तक जारी करवा दिया है। इस साल अप्रैल से लेकर जून तक झारखंड एटीएस और जिला पुलिस ने गैंगस्टर प्रिंस खान गैंग के 22 लोगों को को गिरफ्तार किया है। अनुसंधान जारी है। धनबाद में गैंगस्टर अमन सिंह गैंग के भी 13 लोग गिरफ्तार किए गए हैं।
झारखंड एटीएस ने अमन श्रीवास्तव को मई महीने में गिरफ्तार किया था।अमन श्रीवास्तव गैंग के अन्य अपराधी भी पूर्व में गिरफ्तार हो चुके हैं। कुछ जेल से बाहर हैं, जिनपर एटीएस की नजर है। एटीएस ने अमन श्रीवास्तव गैंग के अर्थ तंत्र पर भी कड़ी कार्रवाई की। उसके हवाला कारोबारी साथियों को भी गिरफ्तार किया।
पांडेय गैंग के खिलाफ एटीएस की जांच जारी
पांडेय गैंग के खिलाफ एटीएस की जांच जारी है। बड़कागांव की विधायक अंबा प्रसाद के विधायक प्रतिनिधि की हत्या के मामले में एटीएस ने पांडेय गैंग के दो शूटरों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस गैंग से जुड़े अपराधियों के बारे में भी एटीएस जांच कर रही है।