बिजली विभाग को इस जिले के लोग लगा रहे करोड़ों का चूना,एक माह में 4.56 करोड़ की चोरी
गजरौला। बिजली विभाग की लाख कोशिशों के बाद भी बिजली की चोरी नहीं रुक रही है। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने जुलाई महीने की 14 जिलों की रिपोर्ट के जो आंकड़े जारी किए हैं वो डराने वाले हैं। रिपोर्ट के बाद बिजली विभाग के अधिकारियों ने विजिलेंस टीम के साथ संबंधित क्षेत्र में छापेमारी करते हुए बिजली चोरी पकड़ने के लिए अभियान भी शुरू कर दिया है।
नहीं मिट रहा है चोरी का कलंक…
बता दें कि शहर से लेकर गांव तक में बिजली चोर बेखौफ होकर बिजली की चोरी कर रहे हैं। जबकि बिजली विभाग इंटरनेट मीडिया, गांव-गांव शिविर आदि लगाकर हो रही बिजली की चोरी को रोकने की कवायद में जुटा है। बिजली चोरी करना कानून अपराध है, लेकिन इसके बाद भी बिजली चोरी का कलंक नहीं मिट रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिम के 14 जिलों के 70 फीडरों पर बेहिसाब बिजली चोरी हो रही है।
इनमें अमरोहा, हापुड़, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, मेरठ, बुलंदशहर, बागपत, बिजनौर, रामपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, मुज्जफरनगर, शामली शामिल हैं। बिजली चोरी और बकाया बिल होने से बिजली विभाग को इन जिलों में 61.86 करोड़ रुपये का चूना लगा है। खास बात है कि ये रिपोर्ट जुलाई महीने है। अब इससे ही अनुमान लगाया जा सकता है कि जब जुलाई माह में इन जिलों में विभाग को इतना भारी नुकसान हुआ है तो अन्य महीनों का क्या हाल होगा। अकेले अमरोहा जिले की बात करें तो गजरौला और अमरोहा डिवीजन के पांच फीडरों पर चार करोड़ 56 लाख 34 हजार रुपये का नुकसान हुआ है।
अमरोहा व गजरौला के इन फिडरों पर नुकसान पर एक नजर…
डिवीजन फीडर का नाम राजस्व का नुकसान
गजरौला द्वितीय टाउन द्वितीय 131.00
अमरोहा द्वितीय नई बस्ती 83.71
गजरौला द्वितीय टाउन तृतीय 81.87
अमरोहा द्वितीय टाउन-12 81.72
अमरोहा द्वितीय टाउन-11 78.04
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड से जारी हुई रिपोर्ट के मुताबिक बिजली विभाग और विजिलेंस की टीम इन फीडरों पर लगातार छापेमारी कर बिजली चोरों को पकड़ने में जुटी हुई है। बिजली चोरी करना कानूनी अपराध है। इसके बारे में लोगों को लगातार जागरूक भी किया जा रहा है। इसके बाद भी वह सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।संजीव कुमार राजवंशी, अधीक्षण अभियंता, अमरोहा।