चार साल बाद जमानत पर आए बाहर हत्यारे ने मां-बेटे की कर दी हत्या
पलक्कड़। केरल के पालक्कड़ जिले में सोमवार को एक बुजुर्ग महिला और उसके बेटे की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। केरल पुलिस ने दावा किया है कि यह हत्या लंबे समय से चली आ रही रंजिश वजह से हुई है। इस मामले में पड़ोसी चेंथामारा (58) ने 72 साल की लक्ष्मी और उनके 53 साल के बेटे सुधाकरण की दिनदहाड़े हत्या कर दी। पुलिस ने चेंथामारा को मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के मुताबिक, उसे हत्या को लेकर कोई पछतावा नहीं था, बल्कि अपने कृत्य से प्रसन्न ही दिखा। पलक्कड़ के एसपी अजीत कुमार ने बताया कि चेंथामारा को भारतीय दंड संहिता (बीएनएस) की धारा 103 (हत्या) के तहत गिरफ्तार किया गया है।
आरोपी और पीड़ित परिवार के बीच पुरानी दुश्मनी…
पुलिस अधिकारी के अनुसार, आरोपी और पीड़ित परिवार के बीच पुरानी दुश्मनी थी। चेंथामारा को शक था कि पीड़ित परिवार की वजह से ही उसकी पत्नी ने उसे छोड़ दिया था। पुलिस के अनुसार, हत्या की साजिश पहले से बनाई गई थी और आरोपी ने हत्या के लिए हथियार भी खरीदकर रख लिया था। गिरफ्तारी से बचने के लिए चेंथामारा जंगल में छिप गया था और 24 घंटे तक वह पुलिस को चकमा देता रहा।
कैसे पकड़ा गया आरोपी…
पुलिस अधिकारी ने बताया कि वह इलाके को अच्छी तरह जानता था और छिपने की जगहों से वाकिफ था। वह पुलिस के तलाशी अभियान को छिपकर देख रहा था। भूख लगने के कारण वह अपने घर की ओर आया, जहां पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
जमानत पर आया था बाहर…
चेंथामारा इस हत्याकांड को अंजाम देते समय जमानत पर बाहर था। इससे पहले साल 2019 में उसे सुधाकरण की पत्नी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।
नेम्मारा पुलिस पर आरोप…
कांग्रेस पार्टी और सुधाकरण के बच्चों ने नेम्मारा पुलिस पर आरोप लगाया है कि स्थानीय लोगों और परिजनों की शिकायतों के बावजूद उसने कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि पुलिस को पता था कि चेंथामारा जमानत की शर्तों का उल्लंघन कर गांव लौट आया था।