गैंगस्टर अर्शदीप सिंह और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में गैंगस्टर अर्शदीप के पैर में लगी गोली
अमृतसर के जंडियाला गुरु में पुलिस और एक गैंगस्टर के बीच मुठभेड़ हुई है। दोनों तरफ तो गोलियां चलीं। इस गोलीबारी में गैंगस्टर अर्शदीप की बाईं टांग में गोली लगी है। जबकि फायरिंग के दौरान CIA स्टाफ का ड्राइवर बाल-बाल बच गया। जब गैंगस्टर अर्शदीप ने पुलिस की गाड़ी पर फायरिंग की तो एक गोली ड्राइवर की और आई, लेकिन गाड़ी की सीट बैल्ट के कारण चालक की जान बच गई। गोली सीट बैल्ट पर लगी पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अभी वह अपनी गाड़ी से उतरे भी नहीं थे कि गैंगस्टर अर्शदीप ने उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। इसके बाद जब पुलिस ने जवाबी फायर किए तो एक गोली अर्शदीप की टांग में जा लगी। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया और इलाज के लिए सिविल अस्पताल में पहुंचाया गया है। जहां पर उसका उपचार चल रहा है।
जंडियाला पुलिस के पास सूचना थी कि गैंगस्टर अर्शदीप किसी से मिलने के लिए जा रहा है। पुलिस ने सूचना मिलते ही जंडियाला गुरू में नहर और पुल के आसपास नाकाबंदी कर दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जंडियाला गुरु नहर के पास उन्होंने नाका लगा रखा था। इसी बीच नहर के रास्ते से अर्शदीप एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर आया। उसे जब रोकना चाहा और रुकने का इशारा किया तो उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। नाके पर पुलिस के कुछ जवान बाहर थे और कुछ जवानों के साथ अधिकारी गाड़ी में बैठे हुए थे। इसके बाद वह नहर के रास्ते से भाग गया। रास्ता संकरा होने के कारण पुलिस की गाड़ी उस रास्ते से नहीं जा सकती थी, लेकिन आगे इंस्पेक्टर इंद्रजीत की टीम ने नाका लगा रखा था। उसने वहां पर भी पुलिस पार्टी के ऊपर फायरिंग की। इस फायरिंग में पुलिस की गाड़ी पर गोलियां लगीं।
पुलिस ने भी गैंगस्टर पर फायरिंग की। इसी दौरान इंस्पेक्टर इंद्रजीत ने अपनी पिस्तौल से उनकी टांगों की तरफ गोली चलाई तो गोली उसकी बाईं टांग में लगी। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी करके उसे पकड़ लिया। गैंगस्टर से पुलिस को एक पिस्तौल और तीन मैगजीन मिले हैं। अर्शदीप नामी गैंगस्टर है और पुलिस को कई मामलों में वांछित है। अर्शदीप सिंह वही गैंगस्टर है जिसने जंडियाला गुरु में रहने वाले भाजपा एससी मोर्चा के महासचिव बलविंदर सिंह गिल पर भी फायरिंग की थी। इस हमले में गोली बलविंदर सिंह के जबड़े में लगी थी। इसमें भाजपा नेता बलविंदर सिंह घायल हो गए थे और उनकी जान बाल-बाल बची थी। बलविंदर सिंह गिल बाइक सवार हमलावरों से भिड़ गए थे।