Lok Sabha Elections 2024 Phase 6: यूपी में छठे चरण में 14 सीटों पर होगा मतदान
Lok Sabha Elections 2024 Phase 6 Voting: उत्तर प्रदेश में पाँच चरणों की वोटिंग संपन्न हो चुकी हैं और अब छठे चरण की 14 सीटों के लिए घमासान तेज हो गया है। इस चरण में कई दिग्गज चुनाव मैदान में हैं। इनमें आठ बार की सांसद मेनका गांधी, धर्मेंद्र यादव, दिनेश लाल यादव निरहुआ, जगदंबिका पाल और लालजी वर्मा जैसे नाम शामिल हैं।
लोकसभा की इन 14 सीटों पर साल- 2019 में नौ सीटों पर बीजेपी का कब्जा था, 4 सीटें बसपा और 1 सीट सपा के पास थी…
उत्तर प्रदेश में छठे चरण में 14 सीटों सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संतकबीरनगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर, भदोही पर वोटिंग होनी है, जहां कुल 162 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। कई सीटों पर कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है।
सुल्तानपुर: लोकसभा सीट पर बीजेपी ने मौजूदा सांसद मेनका गांधी को टिकट दिया है। मेनका गांधी आठ बार सांसद रह चुकी हैं। इस बार अगर वो चुनाव जीतती है तो उनका नाम उन चंद सांसदों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा जो नौ बार संसद का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। सपा से यहां राम भुआल निषाद और बसपा से उदराज वर्मा चुनाव मैदान में हैं। मेनका गांधी की समाज के हर तबके में पकड़ मानी जाती है।
प्रतापगढ़: लोकसभा सीट पर वर्तमान में बीजेपी के सांसद संगम लाल गुप्ता हैं। भाजपा ने मौजूदा सांसद संगम लाल गुप्ता पर दूसरी बार भरोसा जताते हुए उन्हें दूसरी बार टिकट दिया है, जबकि सपा की ओर से डॉ एसपी सिंह पटेल मैदान में हैं। वहीं बसपा से प्रथमेश मिश्र उम्मीदवार हैं। हालांकि इस बार प्रतापगढ़ ही ऐसी लोकसभा सीट है, जिसमें डबल ईवीएम लगाना पड़ेगा और प्रतापगढ़ लोकसभा सीट पर कुल 26 उम्मीदवार मैदान में हैं।
फूलपुर: लोकसभा सीट बीजेपी ने मौजूदा सांसद केसरी देवी पटेल का टिकट काटकर प्रवीण पटेल को उतारा है। प्रवीण पटेल फूलपुर विधानसभा से तीन बार विधायक रह चुके हैं। सपा की ओर से अमरनाथ मौर्य से उन्हें कड़ी टक्कर मिल रही है। बसपा ने जगन्नाथ पाल को टिकट दिया है।
इलाहाबाद: लोकसभा सीट पर भी इस बार सपा-बीजेपी के बीच दिलचस्प मुक़ाबला है। यहां से बीजेपी ने नीरज त्रिपाठी और सपा ने उज्जवल रमण सिंह को टिकट दिया हैं। दोनों पारिवारिक विरासत के नाम पर जनसमर्थन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं। रेवती रमण के बेटे उज्जवल रमण सिंह हैं और पंडित केसरी नाथ त्रिपाठी के बेटे नीरज त्रिपाठी हैं।
अंबेडकरनगर: लोकसभा सीट पर बीजेपी ने बसपा छोड़कर आए रितेश पांडे को उम्मीदवार बनाया है। इंडिया गठबंधन की ओर से सपा के लालजी वर्मा उन्हें टक्कर दे रहे हैं। बसपा ने यहां मुस्लिम प्रत्याशी पर दांव लगाया है। बसपा से मोहम्मद कलाम शाह को बदलकर कमर हयात को टिकट दे दिया है। रितेश पांडे वर्तमान सांसद हैं।
श्रावस्ती: लोकसभा सीट पर बीजेपी ने साकेत मिश्रा को टिकट दिया है। साकेत पीएम मोदी के प्रधान सचिव और राम जन्मभूमि मंदिर समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा के बेटे हैं। उनका मुक़ाबला सपा के रामशिरोमणि वर्मा से हैं। रामशिरोमणि साल- 2019 में सपा-बसपा गठबंधन से सांसद हैं।
डुमरियागंज: लोकसभा सीट पर भाजपा के जगदंबिका पाल का मुकाबला इंडिया गठबंधन के भीष्म शंकर से हैं। जगदंबिका पाल दो बार कांग्रेस और दो बार बीजेपी के टिकट से सांसद रह चुके हैं और पांचवीं बार मैदान में हैं। बसपा ने यहां मुस्लिम प्रत्याशी नदीम मिर्जा को टिकट दिया है।
बस्ती: लोकसभा सीट की बात की जाए तो इस सीट पर चौधरी वोटर्स अच्छी खासी तादाद में हैं। सपा ने यहां से पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी को टिकट दिया है। बीजेपी ने दो बार सांसद रहे हरीश द्विवेदी और बसपा की ओर से लवकुश पटेल मैदान में हैं।
संतकबीरनगर: लोकसभा सीट पर बीजेपी और सपा के बीच सीधी टक्कर है। बीजेपी ने यहां मौजूदा सांसद प्रवीण निषाद को टिकट दिया है। प्रवीण निषाद कैबिनेट मंत्री संजय निषाद के बेटे हैं। उनका मुक़ाबला सपा के पप्पू निषाद से हैं। बसपा से नदीम अशरफ मैदान में हैं।
लालगंज: लोकसभा सीट पर भी साल- 2019 में विपक्ष का कब्जा था। इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय है। यहाँ बीजेपी से नीलम सोनकर, सपा से दारोगा प्रसाद सरोज और बसपा से असिस्टेंट प्रोफेसर इंदु चौधरी मैदान में हैं। इस सीट पर मौजूदा सांसद संगीता आज़ाद हैं। इस बार संगीता आजाद का बसपा ने टिकट काट दिया है।
मछली शहर: लोकसभा सीट से बीजेपी ने दो बार सांसद रह चुके बीपी सरोज पर फिर भरोसा जताया है। जबकि ने तीन बार सांसद रहे तूफानी सरोज की बेटी प्रिया सरोज को उम्मीदवार बनाया है। बसपा की ओर से कृपाशंकर सरोज चुनाव में हैं। यहां सपा-बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर है।
आजमगढ़: लोकसभा सीट पर साल- 2019 में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सांसद बने थे, बाद में उन्होंने इस्तीफा दे दिया और उपचुनाव में यहां बीजेपी के टिकट पर भोजपुरी अभिनेता दिनेश लाल यादव निरहुआ ने अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को हरा दिया। उपचुनाव में बसपा सपा की हार की सबसे बड़ी वजह बनी थी। इस बार सपा-बीडेपी के बीच सीधा मुकाबला है।
भदोही: लोकसभा सीट पर इंडिया गठबंधन की ओर से टीएमसी के ललितेश पति त्रिपाठी चुनाव मैदान में हैं। जबकि बीजेपी से विनोद कुमार बिंद चुनाव मैदान में हैं। बसपा से हरिशंकर चुनाव मैदान में हैं। भाजपा से साल- 2014 में भाजपा से वीरेंद्र सिंह मस्त चुनाव जीते थे और साल- 2019 में भाजपा ने अपना उम्मीदवार बदल दिया और रमेश चन्द्र विंद चुनाव जीते थे और तीसरी बार भाजपा ने अपना उम्मीदवार बदल दिया है।
जौनपुर: लोकसभा सीट भी इन दिनों काफी सुर्खियों में हैं। इस सीट से बीजेपी के कृपाशंकर सिंह मैदान में हैं, जबकि सपा की ओर बाबू सिंह कुशवाहा चुनाव लड़ रहे हैं। बसपा से श्याम सिंह यादव उम्मीदवार है। यहां पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने बीजेपी को समर्थन देने का एलान किया है, जिसके बाद लड़ाई दोतरफा हो गई है।