मुरैना गोलीकांड: गोली लगने के बाद भी पुलिस ने नहीं की मदद, कहा- लोगों को मरने दो, थाने में नहीं है स्टाफ
मध्यप्रदेश के मुरैना में हुए गोलीकांड के बाद का एक वीडियो सामने आया है। गोली लगने के बाद सिहोनिया थाने में जाकर फरियादी ने गुहार लगाई थी। मृतक के परिजन पुलिस थाने में गुहार लगाते रहे, लेकिन पुलिसकर्मी का दिल नहीं पसीजा। पुलिसकर्मी वीडियो में कहते दिखाई दे रहे हैं कि जितने भी मर रहे हैं, उनको मर जाने दो थाने में स्टाफ नहीं है। घटना के बहुत देर बाद फोर्स इकट्ठा हुआ और एक घंटे बाद गांव पहुंचा। वहीं, मृतकों के परिजनों की मांग है कि सरकार मृतकों के बच्चों का भरण-पोषण से लेकर पढ़ाई तक का जिम्मा उठाए। हत्या के आरोपियों के मकानों पर बुलडोजर चलाया जाए। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। सरकार ने ग्रामीणों की मांगों को स्वीकृति दी है। बच्चियों की शादी के लिए पांच-पांच लाख रुपये, पांच शास्त्र लाइसेंस शासकीय योजनाओं का लाभ मृतकों के परिवार को दिया जाएगा।
प्रभारी मंत्री और केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया, जिसके बाद ग्रामीण अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए, अब सभी शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। बता दें, शुक्रवार सुबह गांव में पुरानी रंजिश के चलते दो परिवारों में विवाद हुआ और उसके बाद एक पक्ष के परिवार वालों ने दूसरे पक्ष के परिवार में छह लोगों को गोलियों से भून दिया, जिसमें तीन महिला और तीन पुरुषों की मौत हो गई है और अभी दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका ग्वालियर में इलाज जारी है। यह खूनी घटना पूरे मध्यप्रदेश में आग की तरह फैल गई है। इस गोलीकांड में गजेंद्र सिंह तोमर (65) उसके दो बेटे संजू सिंह तोमर (40), सत्यप्रकाश तोमर (36) और तीन बहुएं बबली पत्नी नरेंद्र सिंह, मधु पत्नी सुनील सिंह, केशकुमारी पत्नी वीरेंद्र सिंह की मौत हो गई। दो बेटे वीरेंद्र तोमर, नरेंद्र तोमर और परिवार का विनोद तोमर घायल हो गए। घायलों का इलाज किया जा रहा है।