बिहार में गिरते हुए पुलों पर नीतीश सरकार ने की बड़ी कार्रवाई, एक साथ निलंबित किए 11 इंजीनियर
पटना। देश भर में इन दिनों बिहार गिरते हुए पुलों की वजह से चर्चा में है। गिरते हुए पुलों को अब नीतीश सरकार ने गंभीरता से लिया है। नीतीश सरकार ने बड़ी कार्रवाई रहते हुए जल संसाधन विभाग के 11 इंजीनियरों को निलंबित कर दिया है। नीतीश सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक राज्य के विभिन्न जिलों में पिछले दिनों 9 पुल-पुलिया ध्वस्त हो गए थे। इनमें से 6 बहुत पुराने थे,वहीं 3 निर्माणाधीन थे। नीतीश सरकार ने कहा कि जांच में पाया गया है कि संबंधित अभियंताओं ने इस नदी पर पुल-पुलिया को सुरक्षित रखने के लिए एहतियातन कदम नहीं उठाए और समुचित तकनीकी पर्यवेक्षण नहीं किया गया। साथ ही कार्यकारी संवेदक के स्तर पर भी लापरवाही बरती गई है। बिहार के विकास आयुक्त चैतन्य प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार इस मुद्दे पर गंभीर है।उन्होंने कहा कि पुलों के निर्माण के लिए जिम्मेदार ठेकेदारों का पता लगाया जाएगा और उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
इन अधिकारियों पर गिरी गाज
जल संसाधन अभियंताओं के सिवान के बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता अमित आनंद और सिवान के जल निस्सरण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को निलंबित किया गया है।इसके साथ ही सिवान के बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के सहायक अभियंता राजकुमार और चंद्रमोहन झा, जल निस्सरण प्रमंडल सिवान के सहायक अभियंता सिमरन आनंद और नेहा रानी को निलंबित किया है।साथ ही पांच कनिष्ठ अभियंताओं को भी निलंबित किया गया है।
विभिन्न जिलों में ढह चुके हैं पुल
बिहार के विभिन्न जिलों में 15 दिनों के दौरान अब तक 10 पुल ढह चुके हैं।यह सिवान,सारण,मधुबनी,अररिया,पूर्वी चंपारण और किशनगंज जिलों में थे।
पुलों के गिरने के बाद बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बुधवार को एक समीक्षा बैठक के बाद अधिकारियों को सभी पुराने पुलों का सर्वेक्षण करने और उन पुलों की पहचान करने का निर्देश दिया है,जिन्हें तत्काल मरम्मत की आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि जांच जारी है।