मनरेगा के तहत नाबालिग बच्चों से कराई जा रही मजदूरी,मनरेगा के तहत भूमि सुधार का कराया जा रहा कार्य, ग्राम प्रधान की देखरेख में चल रहा है काम
सोनभद्र। नाबालिग बच्चों से कराई जा रही है मजदूरी, 6 से अधिक नाबालिग बच्चे कर रहे हैं मजदूरी, मनरेगा के तहत भूमि सुधार का कराया जा रहा कार्य, ग्राम प्रधान की देखरेख में चल रहा है काम, खंड विकास अधिकारी ने कहा जानकारी नहीं, बभनी थाना क्षेत्र के चपकी गांव का मामला। सरकार बच्चों की पढ़ाई-लिखाई को लेकर इतने कदम उठा रही है। तमाम तरह के संसाधन मुहैया करा रही है। वहीं पढ़ने-लिखने की उम्र में ग्राम प्रधानों के द्वारा कम उम्र के बच्चों के साथ ही मजदूरी कराई जा रही है। नाबालिगों द्वारा मजदूरी कराकर बालश्रम को बढ़ावा दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बभनी विकास खंड के चपकी गांव का है। जहां इन दिनों मनरेगा के तहत भूमि सुधार का कार्य कराया जा रहा है, जिसमें आधा दर्जन नाबालिग बच्चों से मजदूरी कराई जा रही है। वहीं मौके पर काम करा रहे वार्ड सदस्य ने बताया कि काम अभी दो दिन से शुरू कराया गया है। नाबालिग बच्चों के माता पिता बच्चों को जबर्दस्ती काम पर भेज देते हैं। इस बात को लेकर हमने ग्राम प्रधान से भी बात किया, लेकिन उनके द्वारा कुछ भी नहीं कहा गया।
दोषी पाए जाने पर होगी कार्रवाई…
जब इस संबंध में खंड विकास अधिकारी मुहम्मद तारीख से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि हमें इस मामले की जानकारी नहीं थी। वैसे भी आज हमने विकास खंड के हर गांव में मनरेगा के तहत कोई भी कार्य करने को मना कर दिया था, क्योंकि विकास खंड के हर ग्राम पंचायतों में वृक्षारोपण किया जाना था। यदि ऐसा कोई मामला हो तो देखवा ले रहे हैं। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
हमारा विभाग बालश्रम को रोकने के लिए हर समय सक्रिय
जब इस संबंध में जिला बालश्रम अधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि बालश्रम कानूनन अपराध है। मामले से संबंधित साक्ष्य उपलब्ध होने पर तत्काल जांच कर दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। हमारा विभाग बालश्रम को रोकने के लिए हर समय सक्रिय रहता है।