पुलिस से घिरा देख बदमाश ने खुद को मारी गोली,पहाड़ियों में था छिपा 46 घंटे पहले ज्वेलर को गोली मारकर हुआ था फरार
नीमकाथाना जिले में एक बदमाश ने पुलिस से घिरा देख खुद को गोली मार ली, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आरोपी पहाड़ियों में छिपा हुआ था। जब पुलिस की टीम ने उसे हर तरफ से घेर लिया तो बदमाश ने अपनी कनपटी पर पिस्टल रख कर फायर कर दिया। मामला जिले के मेहाड़ा थाना क्षेत्र के डाडा फतेहपुरा की पहाड़ी पर मंगलवार दोपहर 12 बजे का है। दरअसल, रविवार को खेतड़ी के सहड़ गांव में दो बदमाश प्रदीप उर्फ कालू और धर्मेंद्र उर्फ मोटिया यादव ने एक सुनार (ज्वेलर) को 30 लाख रुपए रंगदारी नहीं देने पर गोली मारी थी। वारदात के बाद दोनों फरार हो गए थे। दोनों सहड़ गांव (पचेरीकलां थाना) के ही रहने वाले थे, जिन्हें ग्रामीणों ने पहचान लिया था।
तीन थानों की पुलिस कर रही थी तलाश…
वारदात के बाद एसपी श्याम सिंह ने सिंघाना, पचेरीकलां और बुहाना थानों की पुलिस को इन दोनों बदमाशों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। पुलिस को सोमवार शाम 7 बजे इन बदमाशों की लोकेशन नालपुर क्षेत्र में मिली। इस पर तीन थानों की पुलिस फोर्स लोकेशन पर पहुंची और घेराबंदी कर सर्च किया गया। करीब 3 घंटे के ऑपरेशन के बाद रात 10 बजे एक बदमाश धर्मेंद्र उर्फ मोटिया यादव पकड़ा गया, लेकिन मुख्य आरोपी प्रदीप अंधेरे में पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। पहाड़ी एरिया होने की वजह से पुलिस को भी सर्च में काफी दिक्कतें आईं।
डाडा फतेहपुरा की पहाड़ियों में छिपा था प्रदीप…
डिप्टी सतीश वर्मा ने बताया- मंगलवार दोपहर 12 बजे प्रदीप के डाडा फतेहपुरा की पहाड़ियों में छिपा होने की सूचना मिली। पुलिस की ओर से पूरे क्षेत्र में घेराबंदी कर आरोपी की तलाश की गई तो आरोपी ने पुलिस से घिरा देख अपने आप को गोली मार ली। घटना में आरोपी की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है। उन्होंने बताया कि करीब एक बजे पुलिस शव की शिनाख्त करवाने के लिए प्रदीप के पिता सतवीर यादव और अन्य परिजनों को गांव से घटना स्थल पर लेकर आई। सतवीर ने पुलिस को कन्फर्म किया कि यह डेड बॉडी प्रदीप की ही है। सतवीर ने बताया कि उन्हें पचेरीकलां पुलिस ने सूचना दी थी कि प्रदीप ने आत्महत्या कर ली है। हम यहां पहुंचे तो पहाड़ी पर खून से लथपथ उसकी बॉडी पड़ी थी। पास में ही एक पिस्टल थी। प्रदीप के चचेरे भाई सोनू ने बताया कि प्रदीप सीधा-सादा था। बकरी चरा कर अपना गुजारा करता था। उसने खुद यह घटना नहीं की है। किसी ने उससे यह सब करवाया है। उसके पास तो पिस्टल लाने के पैसे भी नहीं थे। पुलिस को इस मामले की गहनता से जांच करनी चाहिए। प्रदीप से वारदात करवाने वाले की पहचान कर उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
क्या है मामला…
13 अगस्त (रविवार) को खेतड़ी के सहड़ गांव में अपने घर के पास ही ज्वेलरी की दुकान पर राहुल सोनी बैठा था। दोपहर करीब डेढ़ बजे ज्वेलर राहुल को बदमाशों ने फोन कर 30 लाख रुपए की रंगदारी मांगी। राहुल ने रुपए देने से इनकार कर दिया। उसी दिन दोपहर करीब 2 बजे बाइक सवार 2 बदमाश आए और तमंचा लहराते हुए राहुल की शॉप में घुस गए। उन्होंने 30 लाख रुपए की डिमांड की। राहुल ने फिर इनकार कर दिया। उन्होंने तमंचे से राहुल पर फायर कर दिया। गोली राहुल के जबड़े में लगी। दूसरा फायर भागते वक्त दुकान से थोड़ी दूर जाकर किया। तीसरा फायर गांव से बाहर निकलते वक्त किया। राहुल के पिता राजकुमार साेनी ने पचेरीकलां थाने में घटना की रिपोर्ट दी थी।
30 लाख नहीं देने पर ज्वेलर को मारी थी गोली :वारदात से आधा घंटा पहले फोन कर मांगी थी रंगदारी, इनकार करने पर शॉप पर की थी फायरिंग…
रंगदारी में 30 लाख रुपए नहीं देने पर बदमाशों ने ज्वेलर को गोली मार दी। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। वारदात से ठीक 30 मिनट पहले फोन कर ज्वेलर से रंगदारी मांगी थी। मना करने पर बाइक सवार 2 बदमाश शॉप पर आए और सरेआम हमला करके फरार हो गए। मामला झुंझुनूं के बुहाना का है।