भाजपा ने यूपी से राज्यसभा चुनाव के लिए घोषित किए प्रत्याशी,सुधांशु त्रिवेदी समेत जानें किसे मिला मौका
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश से राज्यसभा चुनाव के लिए सात प्रत्याशियों की सूची रविवार को घोषित कर दी है।घोषित किये गए प्रत्याशियों में पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह, भाजपा के वरिष्ठ राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, मथुरा के पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह, पूर्व विधायक साधना सिंह, पार्टी के प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य, पूर्व राज्य मंत्री डा.संगीता बलवंत और आगरा के पूर्व महापौर नवीन जैन शामिल हैं। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने में वाले आरपीएन सिंह को भाजपा में समायोजित करने की चर्चा बहुत दिनों से चल रही थी।आरपीएन सिंह को राज्यसभा भेजने का निर्णय कर भाजपा ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया है।
सुधांशु त्रिवेदी एकमात्र प्रत्याशी हैं,जिन्हें भाजपा ने यूपी से फिर संसद के उच्च सदन में भेजने का फैसला किया है। चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न सम्मान देने की घोषणा के बाद भाजपा ने यूपी सहकारी बैंक के अध्यक्ष रह चुके चौधरी तेजवीर सिंह को राज्यसभा भेजने की घोषणा कर जाट बिरादरी को सियासी संदेश दिया है। साधना सिंह चंदौली की मुगलसराय सीट से भाजपा की विधायक रही हैं। बतौर भाजपा प्रत्याशी गाजीपुर सदर सीट से 2017 में विधायक निर्वाचित हुईं डा.संगीता बलवंत योगी सरकार के पहले कार्यकाल में राज्य मंत्री थीं। वहीं उद्योगपति नवीन जैन व्यवसायी वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं।
नारी शक्ति वंदन अभियान की तैयारियों में जुटी भाजपा की ओर से घोषित सात प्रत्याशियों में दो महिलाएं हैं। पार्टी ने सामाजिक समीकरण को भी साधने की कोशिश की है। यूपी के लिए घोषित प्रत्याशियों में दो अगड़ी जातियों के हैं जबकि चार अन्य पिछड़ी जातियों से हैं जबकि एक जैन (अल्पसंख्यक) समुदाय से है। कुशीनगर राजघराने से ताल्लुक रखने वाले आरपीएन सिंह पिछड़ों में शुमार सैंथवार जाति से हैं। पूर्वांचल के कई जिलों में इस जाति का प्रभाव है। सुधांशु त्रिवेदी ब्राह्मण जबकि संगीता सिंह ठाकुर हैं। चौधरी तेजवीर सिंह जाट बिरादरी तो डा.संगीता बलवंत बिंद (निषाद) समाज से हैं।
अमरपाल मौर्य भी पिछड़ी जाति से हैं तो नवीन जैन का ताल्लुक जैन समाज से है। भाजपा के सांगठनिक क्षेत्रों के लिहाज से घोषित प्रत्याशियों में दो ब्रज क्षेत्र, तीन काशी क्षेत्र तथा एक-एक गोरखपुर व अवध क्षेत्र से हैं। बता दें कि है कि उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटें दो अप्रैल को रिक्त हो रही हैं। इनमे से नौ सीटें भाजपा और एक सपा के पास है। रिक्त होने जा रही इन 10 सीटों के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है। नामांकन की आखिरी तारीख 15 फरवरी है। राज्यसभा चुनाव 27 फरवरी को होगा। विधानसभा के संख्याबल के आधार पर भाजपा सात सीटें आसानी से जीतने की स्थिति में है।