चरित्र शंका पर प्रेमिका की हत्या कर प्रेमी ने दफना दी थी लाश, 10 महीने बाद मिला कंकाल
प्रतापपुर। खडग़वां चौकी क्षेत्र के ग्राम झिंगादोहर की एक पंडो जनजाति की युवती इस वर्ष जनवरी माह में लापता हो गई थी। पुलिस ने इस मामले की गुत्थी सुलझाते हुए युवती के प्रेमी को पकडक़र कड़ाई से पूछताछ की तो उसने हत्या करने का जुर्म कबूल लिया। इस पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल मृतका के साथ वर्ष 2017 में प्रेम संबंध स्थापित होने पर दोनों पति-पत्नी की तरह रहते थे। इसी बीच इस वर्ष जनवरी माह में आरोपी ने चरित्र शंका को लेकर हुए विवाद के बाद युवती की हत्या करने के बाद उसके शव को गड्ढा खोदकर दफना दिया था।
28 जनवरी 2024 को ग्राम झिंगादोहर निवासी इन्द्रमनिया पण्डो पति सोहर लाल पण्डो ने चौकी खडग़वां में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी बेटी सीमा पंडो (Murder and buried body) उम्र 35 वर्ष 21 जनवरी 2024 की रात में घर से लापता हो गई है। इस पर पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर मामले की जांच कर रही थी।
इस मामले में एसएसपी प्रशांत कुमार ठाकुर ने गुम युवती की तलाश करने एसडीओपी प्रतापपुर अरूण नेताम के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की थी। जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि सरसताल निवासी चंद्रिका राजवाड़े के साथ युवती का प्रेम संबंध था।
इस पर पुलिस ने चंद्रिका राजवाड़े पिता मानसाय राजवाड़े उम्र 48 वर्ष को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सीमा की हत्या करने के बाद शव को सोनगरा जंगल में दफनाने (Murder and buried body) की जानकारी दी। इस पर पुलिस ने उसकी निशानदेही पर घटनास्थल की खोदाई कराई तो सीमा का नर कंकाल मिला, जिसे पुलिस ने बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
चरित्र को लेकर थी शंका
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वर्ष 2017 में जंगल में जलाऊ लकड़ी लेने जाने के दौरान उसकी मुलाकात सीमा से हुई थी। फिर दोनों का प्रेम संबंध होने के उपरान्त वे पति-पत्नी (Murder and buried body) के रूप में रह रहे थे। इसी बीच सीमा का अन्य लोगों से बातचीत व मेल-मिलाप बढऩे पर चंद्रिका को उसके चरित्र पर शक होने लगा।
हत्या करने के बाद जला दिए थे कपड़े
21 जनवरी 2024को चरित्र शंका को लेकर दोनों के बीच झिंगादोहर बस्ती किनारे रात में विवाद हुआ। इसी दौरान आवेश में आकर उसने डंडे से सिर पर वार कर सीमा की हत्या कर दी और शव को कंधे में ढोकर सोनगरा झापीनाला जंगल में ले गया।यहां उसके कपड़े जला दिए, इसके बाद शव को वहीं रखकर साइकिल से घर जाकर फावड़ा लाया। फिर उसने जंगल में बड़ा गड्ढा खोदकर शव को दफना दिया था।