नोएडा । उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा घोषित माफिया और एक लाख के इनामी बदमाश सहित चार कुख्यात बदमाशों को जनपद गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने एक मुठभेड़ के दौरान आज भिन्न-भिन्न जगहों से गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा चलाई गई गोली एक लाख रुपए के इनामी बदमाश के पैर में लगी है। उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस उपायुक्त (जोन तृतीय) साद मियां खान ने बताया कि थाना कासना पुलिस ने आज शाम को एक सूचना के आधार पर एक मुठभेड़ के दौरान आजाद सिंह पुत्र करतार सिंह निवासी गांव इमिलिया तथा संजय पुत्र जयपाल निवासी समसपुर दनकौर को गिरफ्तार किया था। उन्होंने बताया कि इनके पास से पुलिस ने एक लाल रंग की कार तथा अवैध हथियार आदि बरामद किया था। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान गिरफ्तार बदमाशों ने बताया कि उनके साथ एक थार कार गाड़ी चल रही थी, जिसमें कुख्यात माफिया मनोज उर्फ आसे जो कि शासन द्वारा चिन्हित माफिया है और इसके ऊपर एक लाख का इनाम घोषित है, अपने एक साथी के साथ भाग गया है। डीसीपी ने बताया कि सूचना के आधार पर पुलिस ने थार में सवार बदमाशों की तलाश में चेकिंग शुरू की।
उन्होंने बताया कि स्वाट टीम प्रभारी यतेंद्र कुमार सिंह और थाना बीटा-2 पुलिस ने शुक्रवार की रात को एक मुठभेड़ के दौरान कुख्यात माफिया मनोज उर्फ आसे तथा जितेंद्र उर्फ जीतू को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा चलाई गई गोली मनोज के पैर में लगी है। डीसीपी ने बताया कि इनसे गहनता से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि मनोज आसे के ऊपर पूर्व में हत्या, हत्या के प्रयास, अवैध शस्त्र रखने, गैंगस्टर एक्ट, लूटपाट सहित 19 मामले दर्ज है। इसने पूर्व में यूपी एसटीएफ के ऊपर ताबड़तोड़ गोली चलाई थी। जिससे एसटीएफ के अधिकारी बाल-बाल बचे थे। यह बदमाश पश्चिमी उत्तर प्रदेश का दुर्दांत अपराधी है। यह ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में स्थित कई कंपनियों से मोटी रकम रंगदारी के रूप में वसूलने के लिए कई बार चर्चाओं में आ चुका है। कुछ समय पूर्व कासना में हुए तिहरे हत्याकांड के बाद यह चर्चाओं में आया था। इसके ऊपर हत्या के कई मामले दर्ज हैं।
रमेश राज़दार एक वरिष्ठ पत्रकार हैं, जो खुलासा इंडिया के संस्थापक एवं मुख्य संपादक हैं। उन्हें शैक्षिक जीवन में लोकतंत्र के चतुर्थ स्तम्भ के प्रति ऐसा आकर्षण हुआ कि वर्ष 2000 में पत्रकारिता जगत में स्वयं को स्थापित करने के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं को त्यागकर समाचार पत्र को ही अपना कैरियर चुन लिया। कालांतर में समाचार पत्र को छोड़ मासिक और पाक्षिक पत्रिकाओं में कार्य किया। कुछ दिनों तक सत्यकथा और मनोहर कहानियां जैसी पत्रिकाओं में भी अपना योगदान दिया। डिजिटलाइजेशन का दौर शुरू हुआ तो खुलासा इंडिया वेब न्यूज़ पोर्टल की स्थापना किया। लॉ ग्रेजुएट होने के बाद पत्रकारिता जगत में ही कार्य करने की इच्छा से खुलासा इंडिया की स्थापना कर आज इस मुकाम तक पहुँच सका हूँ। वें जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा धारक हैं।