ग्वालियर में पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) सुरेंद्र सिंह यादव की नातिन की गोली मारकर हत्या
ग्वालियर में 11वीं की छात्रा की बीच सड़क गोली मारकर हत्या कर दी गई। छात्रा सोमवार रात 8 बजे अपनी सहेली के साथ एक्टिवा पर बर्थडे की शॉपिंग कर घर लौट रही थी। वह सिंधी कॉलोनी के पास मेन रोड पर पहुंची ही थीं, तभी पीछे से बाइक पर आए हमलावरों ने उनके सामने गाड़ी रोकी और कट्टे से गोली मार दी। गोली छात्रा के सीने और हाथ में लगी।
छात्रा प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) सुरेंद्र सिंह यादव की नातिन है। हमलावर तीन से चार बताए जा रहे हैं। वे छात्रा की सहेली को मारने आए थे। गोली छात्रा को लग गई। हत्या का संदेह सुमित रावत और उसके साथियों पर है। परिवार के अनुसार सुमित काफी समय से दोनों छात्राओं को परेशान कर रहा था। पुलिस सुमित की तलाश में दबिश दे रही है।घटना मेस्कॉट हॉस्पिटल के पास तिलक नगर की है। 12 जुलाई को छात्रा का जन्मदिन था। वह पिता से अपने लिए कपड़े खरीदने के लिए रुपए भी लेकर गई थी।
दोनों का पीछा करते हुए आए थे हमलावर
शहर के सिकंदर कंपू इलाके में रहने वाले शैलेंद्र सिंह यादव की बेटी अक्षया यादव (19) लक्ष्मीबाई काॅलोनी स्थित कोचिंग में जाती थी। सोनाक्षी शर्मा उसके पड़ोस में रहती है। सोमवार शाम दोनों साथ कोचिंग के लिए निकलीं। वहां बाजार जाकर कपड़े खरीदे और फिर घर के लिए आ रही थीं। एक्टिवा अक्षया चला रही थी। सोनाक्षी पीछे बेठी थी।
दोनों मेस्कॉट हॉस्पिटल चौराहा निकलकर तिलक नगर के करीब पहुंचीं थीं, तभी बाइक पर पीछे बैठे बदमाश ने एक के बाद एक दो गोलियां चलाईं। एक गोली अक्षया के हाथ और दूसरी सीने पर लगी। स्थानीय लोगों ने ऑटो से घायल छात्रा और उसकी सहेली को जेएएच के ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। पुलिस और छात्राओं के परिजन भी हॉस्पिटल पहुंच गए। डॉक्टर इलाज शुरू कर पाते, इससे पहले अक्षया ने दम तोड़ दिया।
गोली मारने के बाद हमलावर सिंधी काॅलोनी तिराहे की ओर भागे। वे संभवत: पीछा करते हुए आए थे।
पेरेंट्स के कहने पर डॉक्टर ने दोबारा चेक किया
घायल छात्रा को अस्पताल पहुंचाने पर पहले डॉक्टर ने उसे चेक करने के बाद मृत घोषित कर दिया। छात्रा को जब डेड हाउस पहुंचा रहे थे, तभी उसके पिता शैलेंद्र सिंह और मां ने बेटी के पास पहुंचकर डॉक्टर को बताया कि अक्षया की सांसें चल रही हैं। इस पर डॉक्टर फिर उसे ट्रॉमा सेंटर ले गए। इसी दौरान एसपी राजेश सिंह चंदेल, एएसपी राजेश दंडोतिया भी अस्पताल पहुंचे और डॉक्टर ने छात्रा को दोबारा चेक कर फिर मृत घोषित कर दिया।
सहेली बोली- चेहरा ढंके हुए थे हमलावर
घटना की चश्मदीद छात्रा सोनाक्षी ने पुलिस को बताया कि हमलावर चार थे। वे दो बाइक पर थे। गोली मारने वाले कौन थे, नहीं पता। सभी चेहरा ढंके हुए थे। उसने पुलिस को यह भी बताया कि हमलावर हमले से कुछ देर पहले ही उनके पीछे आए थे। उधर, परिजन ने किसी सुमित रावत पर शक जताया है। SSP राजेश सिंह चंदेल का कहना है कि घटना की जांच की जा रही है।
पिता की कार खुदी सड़क पर फंसी
घटना की सूचना पर छात्रा के पिता शैलेंद्र अपने घर से कार से निकले, लेकिन उनकी कार खुदी सड़क पर फंस गई। इसके बाद वे अपने दोस्तों के साथ अस्पताल पहुंचे। इससे पहले राहगीर और क्षेत्रवासियों ने अक्षया को ऑटो से अस्पताल पहुंचाया।
हत्या में मुंबई के गुंडे बाला सुर्वे का नाम
बताया जा रहा है कि आरोपी सुमित छात्रा की सहेली का लोहिया बाजार स्थित पुराने घर से पीछा कर रहा था। सहेली आरोपी सुमित से बात नहीं करती थी, लेकिन वह पीछा कर उससे बात करने और रोकने की कोशिश करता था। अक्षया की हत्या में सुमित के एक साथी के रूप में इलाके के गुंडे बाला सुर्वे का नाम भी संदेहियों की सूची में आया, लेकिन उसकी लोकेशन मुंबई मिली है।