सरेंडर करो अन्यथा मार दिए जाओगे, सीएम मोहन यादव ने मध्य प्रदेश के नक्सलियों को चेताया
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने नक्सलियों को मार गिराने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया। सीएम ने हार्डकोर सात नक्सलीयों को मार गिराने वाले को पुलिसकर्मियों को समय से पहले पदोन्नति कर उन्हें पदक देकर सम्मानित किया। बालाघाट के लांजी पहुंचे मुख्यमंत्री मोहन यादव ने नक्सलियों को चेताते हुए कहा कि सरेन्डर कर दो अन्यथा मार दिये जाओगे। लाल सलाम कहने वाले और बेगुनाह का खून खराबा बर्दास्त नहीं किया जायेगा।
64 जवानों को समय पूर्व पदोन्नति देकर किया सम्मानित…
सीएम मोहन यादव ने बालाघाट और मंडला जिले के 64 पुलिस जवानों को समय से पहले पदोन्नति पदक से सम्मानित किया। उन्होंने जवानों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि यह कार्यक्रम लांजी में इसलिए भी किया गया है क्योंकि वह नक्सलियों को संदेश देना चाहते थे। उन्होंने नक्सलियों से कहा कि वे सरेंडर कर दें अन्यथा मध्य प्रदेश की धरती पर आतंक फैलाने वालों को जीवित नहीं रहने दिया जायेगा।
साल-2026 तक प्रदेश से होगा नक्सलियों का खात्मा…
मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश की धरती से 2026 तक नक्सलियों का सफाया करने लक्ष्य है। और उसे पूरा भी किया जायेगा। सीएम ने कहा कि हमारे भोले-भाले लोगों के खिलाफ आतंक फैलाते हो, झूठ बोलते हो..कायराना हरकत करते हो। सरकार ऐसे कायरों सो निपटने के लिए पूरी तरह सक्षम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का चाहुंमुखी विकास किया जा रहा है। बालाघाट में 169 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया है। यह क्रम आगे भी जारी रहेगा। इस दौरान कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री राव उदय प्रताप सिंह, सांसद भारती पारधी, विधायक राजकुमार कर्राहे, मधु भगत सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद। कार्यक्रम में पुलिस जवानों के परिजन बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
सिंहस्थ कुंभ मेले की तैयारियों की समीक्षा…
वहीं, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आगामी सिंहस्थ कुंभ मेले की तैयारियों की समीक्षा की और इसके वैश्विक महत्व पर जोर दिया। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने सिंहस्थ कुंभ के मद्देनजर पूरे मालवा क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन के लिए बुनियादी सुविधाएं विकसित करने और सभी कार्यों को समय सीमा के भीतर पूरा करने पर जोर दिया। सीएम यादव ने कहा, “सिंहस्थ सिर्फ मध्य प्रदेश का नहीं, बल्कि पूरे विश्व का गौरव है। इसलिए विस्तृत योजना बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि इस आयोजन और इसकी सुविधाओं को बढ़ाने के लिए पहले से ही काम चल रहा है।