माफिया विनोद उपाध्याय के अध्याय का हुआ अंत, पोस्टमॉर्टम के बाद भाई को सौंपा गया शव, छावनी में तब्दील रहा अस्पताल
सुल्तानपुर। माफिया विनोद उपाध्याय के अध्याय का अंत हो गया। गुरुवार तड़के वाराणसी-लखनऊ हाईवे के हनुमानगंज में UP STF से हुई मुठभेड़ में गोली लगाने के बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। कोतवाली देहात व एसटीएफ उसे गाड़ी पर लादकर राजकीय मेडिकल कालेज सुल्तानपुर लेकर पहुंची। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। सोशल मीडिया जब उसकी मौत की खबर वायरल हुई तो हड़कंप मच गया। करीब 16 घंटे के बाद उसके शव का पोस्टमार्टम हुआ। पोस्टमार्टम के बाद उसके भाई को शव सौंपा गया। जिसे लेकर वह गंतव्य की ओर चला गया।
कोतवाली देहात में 307 और आर्म्स एक्ट में मुकदमा हुआ दर्ज…
पुलिस ने शव को मर्च्युरी में रखाया और विधिक कार्रवाई शुरू की। एसओ कोतवाली देहात श्याम सुंदर ने बताया कि एसटीएफ सीओ दीपक सिंह की तहरीर पर इनामिया विनोद के विरुद्ध 307, प्रतिबंधित असलहा रखने व आर्म्स एक्ट आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। उधर करीब 12 घंटे तक शव मर्च्युरी में ही रखा रहा। देर शाम लगभग 6:30 बजे के आसपास जब परिजन पहुंचे तो शव पोस्टमार्टम हाउस ले जाया गया है।
भाई को सौंपा गया शव…
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि परिवार से भाई देर शाम आया था। उसके आने के बाद शव को पोस्टमार्टम में ले जाया गया। पोस्टमार्टम हाउस पूरी तरह छावनी में तबदील था। एसटीएफ के जवान स्वयं पूरे मामले को हैंडल कर रहे थे। किसी भी व्यक्ति को यहां फटकने नहीं दिया गया। हद ये है कि परिवार को मीडिया से बात करने की इजाजत नहीं थी। करीब 8 बजे रात के आसपास पोस्टमार्टम शुरू हुआ जो लगभग 10 बजे के बाद समाप्त हुआ। उसके बाद भाई शव लेकर गंतव्य की ओर गया।
सीने में लगी दो गोली,पोस्टमार्टम में हुई पुष्टि…
सीएमएस डॉ एसके गोयल ने बताया कि डॉ एल के मिश्रा और डॉ दिनेश ने पीएम की कार्रवाई किया है। पीएम में वीडियो ग्राफी भी कराई गई है। पोस्टमार्टम में दो गोली लगाने की पुष्टि हुई है। पोस्टमार्टम स्थल पर लगभग आधा दर्जन चार पहिया वाहन मौजूद थे। जिसमें सिविल पुलिस की एक गाड़ी, एक एम्बुलेंस के अलावा एसटीएफ की चार गाड़ियां थी।