सपा विधायक हाजी नासिर क़ुरैशी के परिवार के साथ बड़ा हादसा, दिल्ली स्थित आवास पर शार्ट सर्किट से लगी आग, हादसे में 2 मासूम भतीजियों की मौत
दिल्ली। भारत में मांस के बड़े कारोबारी मोहम्मद सालिम शब्बो कुरैशी के दिल्ली स्थित आवास में आग लगने की खबर है। इस आगजनी में उनकी 2 बेटियों की दम घुटने से मौत हो गई है। मृतकाओं के नाम 15 वर्षीया गुलआशना और 13 साल की अनाया हैं। घटना के समय हाजी सालिम कुरैशी कारोबार के सिलसिले में दुबई गए थे जो अब लौट आए हैं। घटना मंगलवार (2 अप्रैल 2024) की है। मीट कारोबारी सालिम कुरैशी मुरादाबाद के देहात विधानसभा से समाजवादी पार्टी के विधायक नासिर कुरैशी के भाई हैं।
घटना दिल्ली के सदर थानाक्षेत्र की है। मूल रूप से मुरादाबाद के गलशहीद थानाक्षेत्र में आने वाले गाँव असातलपुरा के रहने वाले हाजी सालिम कुरैशी लगभग 30 साल पहले दिल्ली आ कर बस गए थे। यहाँ उन्होंने सदर इलाके के चमेलियन रोड पर कुरैश नगर में 2 मंजिला मकान बनवाया था। ‘अमानत’ नाम के इसी मकान में वो अपने परिवार सहित रहते थे। मंगलवार दोपहर अचानक ही इस घर में आग लग गई। लोग कुछ समझ पाते इससे पहले चारों तरफ आगे की लपटें और धुएँ का गुबार दिखने लगा। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
आग लगने की वजह AC में शॉर्ट सर्किट होना बताया जा रहा है। साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट के बाद लड़कियों ने खुद को बाथरूम में बंद कर लिया था। जब धुआँ घर में फैला तो अंदर उनका दम घुटने लगा। बाद में आग लगने की सूचना पर मौके पर पुलिस बल और फायर ब्रिगेड पहुँची। स्थानीय लोगों ने दमकल विभाग के साथ आग पर जैसे-तैसे काबू पाया, लेकिन तब तक दोनों बहनों ने दम तोड़ दिया था। दोनों के शव तलाशी के दौरान बाथरूम में मिले। घर के भीतर का ज्यादातर सामान जल गया था।
घटना के समय हाजी सालिम कारोबार के सिलसिले में दुबई गए हुए थे। हादसे की जानकारी मिलते ही वो फ़ौरन लौट आए। फ़िलहाल उनके घर में मातम परसा है। हाजी सालिम के परिवार में इन दोनों बेटियों के अलावा 2 बेटे हैं, जिनके नाम खिजर और शारिक हैं। हाजी सालिम का मांस का कारोबार कई देशों में फैला हुआ है। फिलहाल प्रशासन इस मामले में जरूरी कानूनी कार्रवाई कर रहा है। आग लगने की घटना को प्रशासन कुछ ही दिनों में भूल जाता है और अगली घटना न हो, इसके लिए कोई ठोस प्रबंध भी नहीं करता। सबसे दुखद पहलू यह है कि जिनके घरों में अग्निकांड होते हैं और उनके यहाँ धन हानि और जन हानि दोनों होती हैं, कुछ दिनों बाद वह भी भूल जाते हैं।