लोकसभा चुनाव में बुरी हार की वजह तलाशने के लिए मायावती ने बुलाई बैठक, आकाश आनंद को न्योता नहीं
लखनऊ। लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को बुरी हार मिली है। बसपा मुखिया मायावती ने बुरी हार के बाद 23 जून को समीक्षा बैठक बुलाई है।इस बैठक में सभी महत्वपूर्ण पदाधिकारी शामिल होंगे,लेकिन बैठक में आकाश आनंद को नहीं बुलाया गया है। मायावती ने इस समीक्षा बैठक में पार्टी के सभी महत्वपूर्ण पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष और प्रत्याशियों को बुलाया है। मायावती बैठक में बुरी तरह से हुई हार की समीक्षा करेंगी।
बसपा मुखिया मायावती को चुनावी नतीजों से बहुत बड़ा झटका लगा है। बसपा यूपी में एक भी लोकसभा सीट नहीं जीत सकी। बसपा का वोट शेयर दशकों बाद सिंगल डिजिट में आ गया। यूपी में बसपा का वोट प्रतिशत 9.39 है। वहीं अगर देश की बात करें तो पूरे देश में बसपा का वोट प्रतिशत केवल 2.04 है। मायावती ने कहा कि मुसलमानों ने हमे वोट नहीं दिया जबकि मैंने हमेशा इन्हें टिकट दिया।
बसपा 2014 के लोकसभा चुनाव में भी कोई सीट नहीं जीत पाई थी,लेकिन इस बार तो बसपा की बैंड बज गई।अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने का मायावती का फैसला बसपा के गले की फांस बन गया।अपने भतीजे आकाश आनंद को चुनाव प्रचार से हटाने का फैसला भी गलत साबित हुआ।बसपा के सभी बड़े नेता पार्टी छोड़ चुके हैं।कुछ भाजपा में बाकी सपा में चले गए।
लोकसभा चुनाव में बुरी हार के बाद मायावती ने संगठन में बदलाव शुरू कर दिया है।मायावती ने पार्टी के संगठन का पुराना सिस्टम ही बदल दिया है।अब बसपा में सेक्टर व्यवस्था लागू कर दी गई है। प्रदेश को कुल छह सेक्टरों में बांटा गया है। हर सेक्टर में दो से लेकर चार मंडल शामिल किए गए हैं।कई सेक्टरों के इंचार्जों की तैनाती भी कर दी गई है। कई के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया गया है।
2019 के लोकसभा चुनाव में मायावती ने सपा के साथ गठबंधन किया। बसपा ने 2019 में 10 सीटों पर जीत दर्ज की। 2022 का विधानसभा चुनाव मायावती ने अकेले लड़ा और सिर्फ एक सीट जीत पाईं। 2024 का लोकसभा चुनाव भी मायावती ने अकेले लड़ने का फैसला किया,लेकिन मायावती को इस बार लोकसभा चुनाव में तगड़ा झटका लगा।