भांजे को हुआ सगी मामी से प्यार मामा को रास्ते से हटाने को दी सुपारी पुलिस ने किया पर्दाफ़ाश
पलामू पुलिस ने पिछले 17 अगस्त की रात पाराडाइज टेलर के मालिक तौहिद आलम पर हुए जानलेवा हमले का पर्दाफाश कर दिया है। दरअसल अपनी सगी मामी के प्यार में अंधा होकर भांजा इरशाद ने अपने एक दोस्त आरजू के साथ मिलकर मामा तौहिद को रास्ते से हटाने के लिए 3.5 लाख की सुपारी मंजर व जुम्मन को दी थी। यह जानकारी पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने गुरुवार को आयोजित एक प्रेस वार्ता में दी है। एसपी ने बताया कि गुप्त सूचना व तकनीकी साक्ष्य के आलोक में मुस्लिम नगर निवासी मामी गौसीया परवीन, मो. इरशाद व आरजू को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं फरार शूटर मंजर व जुम्मन की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे है। बताया कि इरशाद का उसकी सगी मामी से पिछले काफी दिनों से इश्क चल रहा था। इसकी भनक मामा तौहिद आलम को लग गई। मामा के दुकान चले जाने के बाद भांजा मामी के घर में चला जाता था। इस बात को लेकर टेलर मास्टर ने अपनी पत्नी को टार्चर करने लगा। इस बीच एक दिन उसने भांजे को भी घर नहीं आने की चेतावनी दे थी। इससे आहत इरशाद ने अपनी मामी सहित दोस्त आरजू, मंजर व जुम्मन के साथ मिलकर मामा को रास्ते से हटाने की योजना बना ली।
इसके लिए तीन चार किश्तों में मंजर व जुम्मन को सुपारी की राशि भी अदा कर दी थी। इस बीच पैसा देने के सात-आठ माह गुजर जाने के बाद तौहिद को रास्ता से हटाने के लिए दवाब बनाया जाने लगा। इसके बाद 17 अगस्त की रात दुकान में ही जुम्मन व मंजर ने तौहीद पर हत्या की योजना से गोली चलाकर फरार हो गए। लेकिन किस्मत से गोली टेलर मास्टर के कंधे में लगने से जान बच गई। मामी -भांजे में वाट्सएप काल से होती थी बातें टेलर मास्टर पर हुए जानलेवा हमले का खुलासा करने में शहर थाना की पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। दरअसल लोक लिहाज के डर से मामा द्वारा पुलिस को कुछ बताया नहीं जा रहा था। इस बीच पुलिस ने कई संदिग्धों के मोबाइल सीडीआर निकालकर जांच शुरू कर दी। इसमें पाया गया कि टेलर मास्टर के भांजा व उसकी पत्नी के बीच कई बार बातचीत हुई है। मोटर मैकेनिक का काम करने वाले इरशाद ने कमेटी के माध्यम से दो लाख रुपया उठाया था। इसी से सुपारी दी थी। पुलिस टीम में थाना प्रभारी अभय कुमार सिन्हा, समीर तिर्की, जितेंद्र कुमार, रेवाश्कर राणा, नबी अंसारी सहित तकनीकी शाखा व सशस्त्र बल शामिल थे।